चंडीगढ़ तक पहुंच गया सिरसा में मिलीभगत कर बना दी तीन निजी गलियां बनाने का मामला, केस दर्ज
सिरसा जिले के गांव केसुपुरा की पूर्व सरपंच उपमंडल अधिकारी पंचायती राज विभाग के जेई व ग्राम सचिव ने मिलीभगत कर गांव में तीन निजी गलियां बना दी। इस मामले में गांव के सुखविंद्र सिंह ने उपायुक्त को शिकायत दी। जांच के बाद अब मामला दर्ज हो गया
जागरण संवाददाता, सिरसा : ऐलनाबाद क्षेत्र के गांव केसुपुरा की पूर्व सरपंच, उपमंडल अधिकारी, पंचायती राज विभाग के जेई व ग्राम सचिव ने मिलीभगत कर गांव में तीन निजी गलियां बना दी। इस मामले में गांव के सुखविंद्र सिंह ने उपायुक्त को शिकायत दी। एसडीएम ऐलनाबाद ने तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद पता चला कि उक्त गलियां नहीं पंचायती है और न ही सरकारी है। पुलिस ने पंचायती राज के उपमंडल अधिकारी सुधीर मोहन, जेई काशी राम, ग्राम सचिव सुरजीत शर्मा व पूर्व सरपंच बलविंद्र कौर के खिलाफ धोखाधड़ी करने मामले में अभियोग दर्ज किया है।
गांव केसुपुराु निवासी सुखविंद्र सिंह ने उपायुक्त को दी शिकायत में बताया कि गांव की सरपंच, सरपंच प्रतिनिधि, ग्राम सचिव ने मिलीभगत कर गांव में तीन पक्की गलियों का निर्माण करवाया। इन गलियों की भूमि न ही पंचायती है और न ही सरकारी। उपायुक्त ने इस मामले में ऐलनाबाद के एसडीएम को जांच के निर्देश दिये। एसडीएम ने तहसीलदार से रिपोर्ट मांगी। जिसमें 10 नवंबर 2020 को तहसीलदार ने अपनी रिपोर्ट एसडीएम आफिस ऐलनाबाद में भिजवाई। उक्त रिपोर्ट एसडीएम ने उपायुक्त को प्रस्तुत की। तहसीलदार ने जांच रिपोर्ट में बताया कि इस बारे में हलका पटवारी से रिपोर्ट ली। रिपोर्ट के अनुसार संबंधित गलियों का मौके पर निरीक्षण किया गया इसके साथ ही राजस्व रिकार्ड का भी अवलोकन किया गया।
जिसमें पाया गया कि प्रस्तावित गलियाें की भूमि व्यक्तिगत है। इन गलियों की भूमि न तो पंचायती है और न ही सरकारी है। इस जांच के उपरांत प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार की अध्यक्षता में चंड़ीगढ़ में नौ जून 2021 को जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई। बैठक में शिकायतकर्ता सुखविंद्र सिंह का पक्ष सुनने के बाद और रिकार्ड का अवलोकन किया गया। जिसके बाद इस मामले में आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश जारी किए गए। ऐलनाबाद के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राज सिंह की शिकायत के आधार पर ऐलनाबाद थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।