पुलिस जांच में राजफाश, कैथल में पकड़े गए गिरोह से जुड़ा है आटो मार्केट में गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलने का मामला

हिसार की आटो मार्केट में चल रहे गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलने के तार हाल ही में कैथल में पकड़े गए गिरोह से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपित सतीश कैथल में पकड़े गए गिरोह से जुड़ा है। यह बात पुलिस जांच में सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में शनिवार को आटो मार्केट से गिरफ्तार किए गए दुकानदार आरोपित सलीम को रविवार को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:32 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 07:32 AM (IST)
पुलिस जांच में राजफाश, कैथल में पकड़े गए गिरोह से जुड़ा है आटो मार्केट में गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलने का मामला
पुलिस जांच में राजफाश, कैथल में पकड़े गए गिरोह से जुड़ा है आटो मार्केट में गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलने का मामला

जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार की आटो मार्केट में चल रहे गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलने के तार हाल ही में कैथल में पकड़े गए गिरोह से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपित सतीश कैथल में पकड़े गए गिरोह से जुड़ा है। यह बात पुलिस जांच में सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में शनिवार को आटो मार्केट से गिरफ्तार किए गए दुकानदार आरोपित सलीम को रविवार को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है। सिटी थाना पुलिस ने इस मामले से जुड़े मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान के चुरु जिले के रामपुरा बेरी गांव में दबिश दी, हालांकि वहां आरोपित नहीं मिला। पुलिस ने पूछताछ की तो पता लगा कि आरोपित वहां से गाड़ी लेकर कहीं गया हुआ है। गौरतलब है कि सीएम फ्लाइंग टीम ने गुप्त सूचना पर शनिवार को आटो मार्केट स्थित एक दुकान में छापेमारी की थी। वहां डेंटिग-पेंटिग के नाम पर गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलने के मामले का भंडाफोड़ किया था। सीएम फ्लाइंग टीम ने छापेमारी की तो मौके पर दुकानदार सलीम एक गाड़ी के चेसिस नंबर को बदलने का काम कर रहा था। टीम के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने सलीम को रंगे हाथों काबू किया था। फ्लाइंग टीम की शिकायत पर आरोपित पर केस दर्ज किया गया था। सलीम ने प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह अब तक तीन से चार गाड़ियों के इसी तरह चेसिस नंबर बदल चुका है। आरोपित सलीम को आर्य नगर निवासी सतीश ने दो साल पहले छह हजार रुपये महीना किराये पर यह दुकान दी थी। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

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हिसार, कैथल सहित एनसीआर क्षेत्र में भी सक्रिय है यह गिरोह कैथल में हाल ही में एक ऐसा ही गिरोह पकड़ा गया था। उस दौरान खुलासा हुआ था कि पकड़े गए गिरोह के तार प्रदेश के कई जिलों सहित देहरादून, दिल्ली, नोएडा से जुड़े हैं। यह गिरोह दिल्ली, नोएडा से भी गाड़ियां चुराता था और हिसार व देहरादून में इनका गैराज होने की बात सामने आई है। यह गिरोह हिसार में पकड़े गए दुकानदार की तरह गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलने का काम करता था। इस मामले में कैथल की सीआइए-1 ने गाड़ी चोरी कर चेसिस नंबर बदलकर गाड़ियां बेचने वाले सात आरोपितों को गिरफ्तार किया था। आरोपितों से एक करोड़ कीमत की 18 गाड़ियां बरामद की थी।

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जानिए..किस तरह गाड़ियों के चेसीज नंबर बदलने का हो रहा काम -

इस मामले में सामने आया कि गिरोह के सदस्य दुर्घटनाग्रस्त और कबाड़ हो चुकी गाड़ियों के चेसीज नंबर और इंजन नंबर निकाल लेते हैं और सेम माडल की गाड़ी चोरी करते हैं या चोरी की गाड़ी मंगवाई जाती है। अब इस चोरी की गाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हुई गाड़ी के इंजन नंबर और चेसिस नंबर को वैल्ड कर दिया जाता है। जिससे लगता है कि यह इसी गाड़ी के नंबर हैं, इस पर किसी को शक भी नहीं होता है और अपराधी बीमा क्लेम तक पास करवा लेते हैं।

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सलीम को गाड़ी का चेसिस नंबर बदलने पर मिलते थे 10 हजार रुपये -

सलीम से पूछताछ में सामने आया है कि वह गाड़ी के चेसीज नंबर बदलने के बदले 10 हजार रुपये लेता था। आरोपित सतीश अपने जानकार सज्जन को गाड़ियां लाकर चेसीज नंबर बदलवाने के लिए देता था और सलीम सज्जन के कहने पर गाड़ियों के चेसीज नंबर और इंजन नंबर बदल देता था। गौरतलब है कि इस मामले में सीएम फ्लाइंग टीम से एएसआई विपिन कुमार ने सिटी थाना में शिकायत दी थी। शिकायत में विपिन कुमार ने बताया था कि उन्होंने पुरानी आटो मार्केट स्थित दुकान नंबर 484 पर छापेमारी की। वहां गोरछी निवासी सलीम एक स्विफ्ट कार के चेसीज नंबर को वैल्ड और ग्राइंड कर रहा था। पूछताछ में सलीम ने बताया था कि उसने आटो मार्केट के फेस तीन स्थित गणेश मोटर स्टोर से यह गाड़ी खरीदी है। इसका चेसीज नंबर काटकर किसी अन्य गाड़ी पर लगा रहा है। सलीम ने बताया था कि उसे यह काम आटो मार्केट स्थित दुकान नंबर 483 के मिस्त्री सज्जन ने करने को कहा था। सज्जन को उसके जानकार सतीश ने यह काम करने के लिए कहा था। जिस गाड़ी पर चेसीज नंबर लगाया गया है। यह गाड़ी सतीश ने गणेश मोटर स्टोर से 31 हजार रुपये में खरीदकर उसे दी थी। टीम ने मौके से चेसीज नंबर का टुकड़ा भी बरामद किया था। शिकायत में बताया था कि चोरी की गाड़ी पर चेसीज नंबर लगाने से उसकी आरसी चलने लायक हो जाती है। पुलिस ने शिकायत पर आरोपित सलीम, सज्जन मिस्त्री और सतीश के खिलाफ धारा 420, 467, 468 व 120बी के तहत केस दर्ज किया था।

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नोएडा में पकड़े गए गिरोह में भी हिसार के कई युवक शामिल

इधर नोएडा में भी ऐसा ही गिरोह पकड़ा गया है। इस मामले में भी हिसार निवासी तीन आरोपितों के नाम सामने आए हैं। इस मामले में हांसी के सिघवा खास गांव के अजमेर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में सामने आया कि आरोपित कम्पनियो के सर्वेयर के साथ मिलकर टोटल लोस की गाडियों की डिटेल इंश्योरेंस कम्पनी से लेते थे तथा आन डिमांड उसी माडल की गाडी चोरी करवाने के लिए चोरों से सम्पर्क करते थे। इनमें पकड़े गए आरोपित अजमेर सिंह का एक बड़ा गैराज भिवानी में है। जहां इन गाडियों के इंजन नम्बर, चेसिस नंबर पेस्ट करने का काम मोटे पैसे लेकर किया जाता था। अपराध करने का तरीका बीमा कम्पनी से टोटल लॉस की गाडियों को कम दामों में खरीदकर स्क्रेव में कटवाकर कबाड़ियों को बेच देते थे तथा उक्त गाडियों के इंजन नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर व चेसीज नम्बर को चोरी की गाड़ी में पेस्ट कर नंबर एक की गाडी बनाकर मार्केट में जनता को बेचकर मुनाफा कमाते थे। हिसार के रोविन यादव उर्फ राहुल व भीम पातन का नाम भी इस मामले में शामिल है

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वर्जन -

आरोपित को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। मुख्य आरोपित सतीश को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।

सत्यवान, सबइंस्पेक्टर, सिटी थाना, हिसार।

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