दूध व उसके उत्पादों की बिक्री से बढ़ा सकते हैं आमदनी : डा. दहिया
जागरण संवाददाता हिसार ग्रामीण क्षेत्र के पुरूष व महिलाएं भैंस पालन से दूध बेचकर अच्छी आमद
जागरण संवाददाता, हिसार :
ग्रामीण क्षेत्र के पुरूष व महिलाएं भैंस पालन से दूध बेचकर अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। दूध से बनने वाले उत्पादों का तकनीकी ज्ञान लेकर लघु व्यवसाय शुरू कर मुनाफे में बढ़ोतरी कर सकते हैं। ये विचार केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के प्रधान विज्ञानी डा. एसएस दहिया ने व्यक्त किए। वे चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में प्रदेश के अनुसूचित जाति व जनजाति के उम्मीदवारों को आत्मनिर्भर बनाने व स्वरोजगार स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। प्रशिक्षण का आयोजन विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में सिरसा रोड स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए जरूरी सामान मुहैया करवाया गया।
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दूसरों को दे सकते हैं रोजगार
आम आदमी पशुपालन को अपनी आर्थिक जमा पूंजी के रूप में देख सकता है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के युवक-युवतियां लघु उद्योग स्थापित करके अपने परिवार का पालन-पोषण सकते हैं और दूसरों को भी रोजगार मुहैया करवा सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि यहां से प्रशिक्षण हासिल कर वे समूह बनाकर अपना व्यवसाय शुरू करें और उसे आगे बढ़ाएं। साथ ही प्रशिक्षण से अर्जित ज्ञान को अधिक से अधिक फैलाएं। इस प्रशिक्षण का आयोजन विस्तार शिक्षा निदेशक डा. आरएस हुड्डा की देखरेख में किया गया। संस्थान के सह-निदेशक(प्रशिक्षण)डा. अशोक गोदारा ने संस्थान में दिए जाने वाले विभिन्न प्रशिक्षणों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए संस्थान से जुड़कर अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।