बहादुरगढ़ में एसी ठीक कराने के कस्टमर केयर पर काल की, सर्विस चार्ज के बहाने ठगोें ने खाते से उड़ा लिए 49 हजार

बहादुरगढ़ में एसी ठीक कराने के कस्टमर केयर पर काल करना शहर के किला मोहल्ला निवासी एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया। काल सुनने वाले सर्विस चार्ज लेने के बहाने उसके खाते से 49 हजार 365 रुपये उड़ा लिए।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 09:09 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 09:09 AM (IST)
बहादुरगढ़ में एसी ठीक कराने के कस्टमर केयर पर काल की, सर्विस चार्ज के बहाने ठगोें ने खाते से उड़ा लिए 49 हजार
इंटरनेट पर फर्जी नंबर डालकर ठगी करने का खेल चल रहा है, सावधान रहने की जरुरत है

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: एयर कंडीशनर( एसी) ठीक कराने के कस्टमर केयर पर काल करना शहर के किला मोहल्ला निवासी एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया। काल सुनने वाले सर्विस चार्ज लेने के बहाने उसके खाते से 49 हजार 365 रुपये उड़ा लिए। अपने स्तर पर छानबीन करने पर पता चला कि यमुना बाजार दिल्ली निवासी एक व्यक्ति के खाते में ये पैसे ट्रांसफर हुए हैं। ऐसे में उसने थाना शहर में शिकायत दी लेकिन थाना में कार्यरत एक एएसआई ने शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। इसके बाद उसने इसकी शिकायत एडीजीपी रोहतक रेंज को दी। एडीजीपी के निर्देश पर पुलिस ने जांच की और अब जाकर आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

शहर के किला मोहल्ला निवासी जयदीप ने बताया कि हमारे घर का एसी खराब हो गया था। ऐसे में उसने गत 9 जुलाई को हिटाची एसी कंपनी के कस्टमर केयर नंबर 9883848035 में एसी की सर्विस के लिए काल किया तो काल सुनने वाले अपने सीनियर को काल ट्रांसफर कर दी। इस पर कस्टमर केयर कार्यकर्ता ने बताया कि उसके एसी का नया कंप्रेशर लगेगा और वह उनके घर आ जाएगा।

इसके लिए तीन रुपये सर्विस चार्ज लगेगा जो उसे आनलाइन भरना पड़ेगा। जयदीप ने बताया कि मैंने जैसे ही तीन रुपये जमा कराने के लिए अपने फोन पर नेट बैंकिंग का पासवर्ड भरने लगा तो अचानक उसके अकाउंट से 49 हजार 365 रुपये कट गए। जिस खाते में पैसे गए वो बंधन बैंक का था। यह अकाउंट किसी गिरिश का था। जब उसने अपने स्तर पर छानबीन की तो पता चला कि गिरिश दिल्ली के यमुना बाजार इलाके में रहता है।

इसकी शिकायत करने के लिए वह थाना शहर पहुंचा, जहां एएसआई कृष्ण मिले। उसने अपनी पूरी दास्तान बताई लेकिन एएसआई ने उसे बताया कि इस तरह की धोखाधड़ी की कोई शिकायत दर्ज नहीं होती है। उल्टा उन्होंने उसकी ही गलती ठहरा दी और कहा कि पुलिस इसमें कुछ नहीं कर सकती। ऐसे में जयदीप ने इसकी शिकायत एडीजीपी रोहतक रेंज को की तो एडीजीपी ने इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इस पर पुलिस ने अपने स्तर पर जांच की और अब जाकर करीब तीन माह बाद थाना शहर पुलिस ने गिरिश के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

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