Bahadurgarh: BSNL भवन किरायेदारों को सौंपा, नहीं हो शुरू हो पाई 4G सेवा, कमाई थी कम, किराया मिला रहा ज्यादा

प्रदेश में एक जिले को छोड़कर बाकी जगहों पर तो फोर-जी सेवाएं भी चालू नहीं हो पाई। इधर रोजाना कहीं न कहीं केबल कटने या जानबूझकर शरारती तत्वों द्वारा काट देने बाक्स जला देने जैसी घटनाओं ने भी बीएसएनएल नेटवर्क की कमर तोड़ दी।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 04:43 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 04:43 PM (IST)
Bahadurgarh: BSNL भवन किरायेदारों को सौंपा, नहीं हो शुरू हो पाई 4G सेवा, कमाई थी कम, किराया मिला रहा ज्यादा
दो बिल्डिंगों में से एक तो पूरी तरह किरायेदार को सौंपी

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। एक वक्त था, जब शहर में बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) कार्यालय में खूब गहमागहमी होती थी। अफसरों में खूब रौब था। मोबाइल सिम कार्ड की डिमांड इतनी थी कि कई गुना ज्यादा रेट पर कालाबाजारी होती थी, मगर यह सब बीते दिनों की बात हो गई। आज हालात यह है कि बीएसएनएल अपने भवनों को ही किराये पर दे रहा है। दो बिल्डिंगों में से एक तो पूरी तरह किरायेदार को सौंप दी है।

ऐसे में जल्दी ही यहां पर बीएसएनएल की बजाय किसी और प्रतिष्ठान का साइन बोर्ड नजर आएगा। निगम के पूरे अमले को दूसरे भवन में शिफ्ट कर दिया गया है और जो एक मुख्य गेट बंद रहता था, उसको भी खोल दिया गया है। खास बात यह जिस भवन में अमला शिफ्ट किया गया है, उसके भी ऊपरी तल किराये पर देने के लिए खाली कर दिए गए हैं।

बीएसएनएल पिछड़ा

दरअसल, जिस मुख्य भवन में अधिकारी और कर्मचारी बैठते थे, वहीं पर बिलिंग काउंटर था। मोबाइल नेटवर्क और दूसरे अनुभाग भी इसी में थे। मगर इन सभी को मिलाकर निगम का जितना खर्च था, उसके मुकाबले कमाई न के बराबर थी। इसी चलते निगम ने इस बिल्डिंग को लगभग ढाई लाख रुपये में किराये पर दे दिया। दूसरी बिल्डिंग के ऊपरी हिस्सों को भी 40 रुपये प्रति फीट के हिसाब से किराये पर देने की तैयारी है। फोन और इंटरनेट के क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते बीएसएनएल पिछड़ा गया।

फोर-जी सेवाएं भी चालू नहीं हो पाई

प्रदेश में एक जिले को छोड़कर बाकी जगहों पर तो फोर-जी सेवाएं भी चालू नहीं हो पाई। इधर, रोजाना कहीं न कहीं केबल कटने या जानबूझकर शरारती तत्वों द्वारा काट देने, बाक्स जला देने जैसी घटनाओं ने भी बीएसएनएल नेटवर्क की कमर तोड़ दी। ऐसे में ग्राहक कम हो गए। बीएसएनएल के स्थानीय अधिकारियों द्वारा कहना है ऊपरी आदेशों के अनुसार ही स्टाफ की सीटिंग की गई है। जो हिस्सा खाली पड़ा था, उसे किराये पर दिया गया है।

chat bot
आपका साथी