राशन टोकन सर्वे में बैकफुट पर बीएलओ, सेवादार कर रहे सर्वे

जागरण संवाददाता हिसार हिसार जिले में टेंपरेरी राशन टोकन सिस्टम प्रणाली फैल हो गई

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 04:32 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 04:32 AM (IST)
राशन टोकन सर्वे में बैकफुट पर बीएलओ, सेवादार कर रहे सर्वे
राशन टोकन सर्वे में बैकफुट पर बीएलओ, सेवादार कर रहे सर्वे

जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार जिले में टेंपरेरी राशन टोकन सिस्टम प्रणाली फैल हो गई है। निगम प्रशासन ने बीएलओ के बचाव में अपने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी फील्ड में सर्वे के लिए उतार दिए हैं। यानि जरूरतमंदों को राशन कब मिलेगा, यह तो कोई नहीं जानता लेकिन सर्वे के नाम पर जो खेल चल रहा है, उसने जरूरतमंदों के मुंह का निवाला जरूर छीन लिया है। वहीं आजाद नगर से भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष नरेश मेहता के अनुसार प्रशासनिक अधिकारी ने उनसे टोकन राशन सर्वे जांच मामले में संपर्क साधा है। ऐसे में जांच शुरू होने के नाम पर खलबली मची हुई है। वहीं प्रशासनिक कार्यप्रणाली की बात करें तो गांव शाहपुर के शहीद भगत सिंह युवा संगठन के प्रधान रणधीर सिंह बैनीवाल के अनुसार सरकारी कर्मचारियों से लेकर जमीदारों तक को टोकन बांट दिए गए हैं।

---------------------

पेट्रोल पंप संचालक से लेकर सरकारी कर्मचारी तक के नाम टोकन जारी

शहीद भगत सिंह युवा संगठन के प्रधान रणधीर सिंह बैनीवाल का आरोप है कि कोरोना महामारी के चलते खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से गरीब व जरूरतमंद लोगों के राशन के लिए जारी किए गए कोविड-19 डिस्ट्रेस राशन कूपन को लेकर भारी घालमेल हुआ है। टोकन पेट्रोल पंप संचालक, सरकारी शिक्षक, सरकारी कर्मचारी से लेकर समृद्ध जमींदार के नाम पर टोकन लिस्ट में शामिल हो गए हैं। किसी समृद्ध ने टोकन लेने से इन्कार कर दिया तो किसी ने गोशालाओं को राशन दान कर दिया।

-------------------

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कर रहे सर्वे

भाजपा मंडल उपाध्यक्ष नरेश मेहता ने कहा कि नगर निगम का सेवादार रविवार को वार्ड-17 में मनोहर कालोनी क्षेत्र में सर्वे के लिए पहुंचा। उसने सर्वे तो ठीक किया लेकिन हम हैरान है कि जो सर्वे बीएलओ या क्लर्क लेवल के कर्मचारी को कहना चाहिए, वह सेवादार कर रहा है। जरूरतमंद अभी तक राशन से वंचित हैं। वहीं निगम सेवादार ने कहा कि सर्वे के लिए ड्यूटी लगी है, वह अपनी ड्यूटी कर रहा है।

---------------

सर्वे में जो गोलमाल हुआ। उसकी कब जांच होगी, कब राशन टोकन का सर्वे होगा, हमारी समझ से परे है। सरकार को इस मामले में सख्त कदम उठाना चाहिए ताकि जरूरतमंदों और गरीबों को राशन मिल सके।

- महेंद्र जुनेजा, पार्षद वार्ड-17

chat bot
आपका साथी