Blast in Rohtak: तीन दिन बाद भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची जांच एजेंसी, सर्च अभियान लगातार जारी

रोहतक के आइएमटी में ब्लास्ट का मामला। जांच एजेंसी का मानना है कि किसी स्थानीय व्यक्ति का हाथ है। जो ट्रायल के तौर पर यह विस्फोटक तैयार कर सकता है। घायल इलेक्ट्रीशियन के साथ उसके साथी और अन्य लोगों से भी पूछताछ जारी है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 09:58 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 09:58 PM (IST)
Blast in Rohtak: तीन दिन बाद भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची जांच एजेंसी, सर्च अभियान लगातार जारी
रोहतक में ब्लास्ट वाली जगह पर जांच करती पुलिस।

जागरण संवाददाता, रोहतक। जिला मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर दूर आइएमटी एरिया में विस्फोट के मामले में जांच एजेंसी तीन दिन बाद भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी। हालांकि अभी तक हुई जांच में पता चला है कि इस विस्फोट के पीछे स्थानीय व्यक्ति का ही हाथ है। जो ट्रायल के तौर पर यह विस्फोटक तैयार कर सकता है। जांच एजेंसी घायल हुए इलेक्ट्रीशियन के साथ-साथ उसके साथी और अन्य लोगों से भी पूछताछ कर रही है। घटना के संबंध में उनसे अलग-अलग बिंदुओं पर जानकारी ली जा रही है। उधर, पुलिस का सर्च अभियान लगातार जारी है। मंगलवार को भी बलियाणा और खरावड़ गांव समेत कई अन्य स्थानों पर सर्च अभियान चलाकर करीब 250 अजनबी पर्चे काटे गए। जांच एजेंसी दावा कर रही है कि जल्दी से जल्दी इस मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।

यह था मामला

शनिवार को खरावड़ गांव के पास आइएमटी एरिया में विस्फोट हो गया था, जिसमें खरावड़ निवासी इलेक्ट्रीिशयन राजकुमार गंभीर रूप से घायल हो गया था। राजकुमार के बयान पर ही यह मामला आइएमटी थाने में दर्ज किया था। जिसके बाद से स्थानीय पुलिस के साथ एनआइए की टीम भी गहनता से जांच में जुटी हुई है। इस विस्फोट को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है, लेकिन एनआइए के साथ-साथ स्थानीय पुलिस भी मामले की तह तक पहुंचना चाहती है।

छह सबूत करेंगे विस्फोट का पर्दाफाश

शनिवार को एनआइए की टीम आने के बाद मौके से छह सबूत जुटाए गए हैं। इसमें वायर, बोतल, मिट्टी, खून, पालिथीन और राजकुमार के कपड़े शामिल है। इन सभी को सील बंद कर जांच के लिए लैब में भेजा गया है। जांच एजेंसी का मानना है कि इन सबूतों की रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले का पर्दाफाश हो जाएगा। जिसमें पता चल सकेगा कि विस्फोट में किस तरह का केमिकल इस्तेमाल किया गया था।

जांच एजेंसी ने यहां पर बरती गई लापरवाही

इस पूरे प्रकरण में जांच एजेंसी हर कदम पर गंभीरता दिखा रही है, लेकिन एक प्वाइंट ऐसा भी है जहां पर पूरी तरह से लापरवाही बरती गई। विस्फोट के बाद जिस समय जांच टीम वहां पहुंची तो ग्रामीणों ने बताया था कि घटनास्थल से थोड़ी दूर कुछ दिन पहले भी विस्फोट हुआ था। हालांकि उसमें कोई घायल नहीं हुआ था, लेकिन यह पता चलने के बाद भी जांच एजेंसी ने वहां का मौका मुआयना करना भी उचित नहीं समझा। यदि जांच एजेंसी वहां पर भी मौका मुआयना करती तो शायद कुछ सबूत मिल सकते थे।

सीएम को धमकी के बाद पुलिस अलर्ट, सर्च अभियान

शनिवार को रोहतक में विस्फोट और उसके बाद सीएम मनोहरलाल को फोन पर धमकी मिलने के बाद पुलिस और भी अलर्ट हो गई है। पुलिस ने मंगलवार को भी जिले में अलग-अलग स्थानों पर सर्च अभियान चलाकर ऐसे लोगों की जानकारी जुटाई जो बिना यहां किराये पर रह रहे हैं। साथ ही मकान मालिकों को भी हिदायत दी गई कि ऐसे लोगों का तुरंत संबंधित थाने में वैरिफिकेशन कराए।

जल्द पर्दाफाश करने का प्रयासः एएसपी

एडिशनल एसपी रोहतक कृष्ण कुमार ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर हर बिंदु पर गहनता से जांच की जा रही है। कुछ लोगों से भी पूछताछ चल रही है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्दी से जल्दी इस मामले का पर्दाफाश कर दिया जाए।

हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी