Blast in Rohtak: विस्फोट की वजह आई सामने, एनआइए की जांच में समाने आई ये बात

रोहतक के आइएमटी क्षेत्र में ब्लास्ट हुआ था। इसमें बुजुर्ग बुरी तरह घायल हो गया था। एनआइए जांच में एक माह के दौरान इस तरह के कई विस्फोट होने की बात सामने आई है। झुग्गी-झोपड़ियों में भी सर्च अभियान चलाया गया। घटनास्थल से पुलिस सुरक्षा हटाई।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 02:50 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 02:50 PM (IST)
Blast in Rohtak: विस्फोट की वजह आई सामने, एनआइए की जांच में समाने आई ये बात
रोहतक के आइएमटी क्षेत्र में वह खेत जहां धमाका हुआ था।

जागरण संवाददाता, रोहतक। रोहतक के खरावड़ गांव में धमाके की वजह सामने आ गई है। एनआइए की जांच में सच सामने आ गया है। बुधवार को इसकी लैब रिपोर्ट आ जाएगी, जिसके बाद पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी। जिला मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर दूर गांव खरावड़ के समीप आइएमटी (इंडस्ट्रियल मॉडर्न टाउनशिप) में विस्फोट हुआ था। इसमें एक बुजुर्ग का हाथ उड़ गया था। चेहरा भी बुरी तरह घायल हो गया था।

एनआइए सूत्रों की मानें तो यह मामूली विस्फोट था। इसमें किसी तरह का खतरनाक विस्फोटक पदार्थ इस्तेमाल नहीं हुआ। यह केमिकल और मैकेनिकल विस्फोट होना प्रतीत पाया है। दो दिन में घटनास्थल से लिए गए नमूनों की जांच आने के बाद हकीकत भी सामने आ जाएगी। उधर, स्थानीय पुलिस टीमों ने तीसरे दिन भी आसपास के क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया। शहर के साथ लगते बाहरी क्षेत्रों में झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोगों से पूछताछ की गई है ताकि कोई विस्फोट की कड़ी जुड़ सके। एनआइए (केंद्रीय जांच एजेंसी) की जांच के बाद घटनास्थल से पुलिस सुरक्षा को हटा दिया गया है।

रोहतक के आइएमटी क्षेत्र में जिस जगह धमाका हुआ, वहां से अब सुरक्षा हटा ली गई है।

एक माह में हो चुके इस तरह के दो विस्फोट

आइएमटी क्षेत्र में बीते शनिवार को सुनसान क्षेत्र में एक हैंडपंप के समीप विस्फोट हुआ था। इसमें गांव खरावड़ निवासी 55 वर्षीय राजकुमार घायल हो गया था। राजकुमार गांव में ही इलेक्ट्रिशियन है। विस्फोट को लेकर जब स्थानीय पुलिस ने जांच की तो पता चला कि एक माह के दौरान इस तरह के दो पहले भी विस्फोट हो चुके हैं। सिलसिलेवार विस्फोट होेने की बात सामने आई तो पुलिस गंभीर हुई और केंद्रीय जांच एजेंसियों से भी संपर्क किया। इस धमाके की गंभीरता को जांचने के लिए एनआइए की टीम निरीक्षक के नेतृत्व में घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने घायल राजुकमार के अलावा प्रत्यक्षदर्शी सुभाष, गीता दत्त गौतम व नरेश से भी गहनता से पूछताछ की।

बुधवार तक सामने आ जाएगी हकीकत

टीम ने पहले अलग-अलग, फिर आमने-सामने बैठाकर सवाल-जवाब किए। पुलिस अधिकारियों से रिपोर्ट लेने के बाद टीम दिल्ली के लिए रवाना हो गई थी। पुलिस ने घटनास्थल से प्लास्टिक की बाेतल, बिजली की टेप, वायर व डेटोनेटर जैसी लोहे की वस्तु को जांच के लिए लैब में भेज दिया है। अमूमन तीन दिन में इसकी रिपोर्ट आ जाती है। इसलिए बुधवार तक इस मामले की हकीकत सामने आ जाएगी। हालांकि एनआइए के सूत्रों ने बताया कि विस्फोट में खतरनाम बारूद इस्तेमाल नहीं किया गया था। यह मैकेनिकल और कमिकल से विस्फोट किया था। पहाड़ तोड़ते समय भी इस तरह के धमाके मैकेनिकल तरीके से किए जाते हैं। इसमें स्थानीय व्यक्ति ही संलिप्त हो सकता है।

रोहतक में धमाके के बाद पुलिस ने सर्च अभियान चलाया। लोगों को लावारिस वस्तुओं को छूने से मना किया है।

झुग्गी-झोपड़ियों में चलाया सर्च अभियान

पुलिस की कई टीमों ने घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र में किराएदार, श्रमिक व अन्य लोगों से पूछताछ करने के बाद सोमवार को शहर के साथ लगते बाहरी क्षेत्रों में पड़ी झुग्गी-झोपड़ियों में भी सर्च अभियान चलाया। इस झोपड़ियों में असम राज्य के परिवार रहते हैं, जो शहर में कूड़ा बीनने का काम करते हैं। इन्हीें में से कुछ लोग शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए रेहड़ियां भी चलाते हैं। पुलिस ने सभी काफी लोगों से पूछताछ की गई और झोपड़ियों में तलाशी भी ली गई। बता दें कि शहर में हजारों की संख्या में असम राज्य के लोग अपने परिवार के साथ रहते हैं। पिछले दिनों दिल्ली बाईपास पर जेएलएन नहर के समीप कुछ झोपड़ियों में आग भी लग गई थी, जिसमें किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ था।

घटनास्थल से हटाई सुरक्षा, ग्रामीणों ने बनाई दूरी

आइएमटी क्षेत्र में जहां विस्फोट हुआ था, वहां से पुलिस सुरक्षा को पूरी तरह से हटा दिया गया है। करीब 200 मीटर एरिया को पुलिस ने रस्सी बांधकर सील भी किया गया था, जिसे अब खोल दिया गया है। सोमवार को वहां पर एक भी पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। हालांकि अब इस क्षेत्र में जाने से ग्रामीणों ने भी दूरी बना ली है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक पुलिस इस विस्फोट की हकीकत का पता नहीं लगा लेती, तब तक यहां जाना किसी मुसीबत से कम नहीं है।

आइएनए में रह चुके हैं सीआइडी चीफ

प्रदेश के सीआइडी चीफ एडीजीपी आलोक मित्तल भी एनआइए में रह चुके हैं। सीआइडी चीफ की नियुक्ति से पहले मित्तल आइएनए में थे। वह खुद तेज-तर्रार आइपीएस हैं। रोहतक में पुलिस अधीक्षक, आईजी के पद पर भी सेवाएं दे चुके हैं। कोई भी बड़ी घटना-दुर्घटना होती तो वे खुद मौके पर पहुंचते थे। इसलिए यह भी माना जा रहा है कि खरावड़ में हुए विस्फोट की गंभीरता को समझते हुए एडीजीपी मित्तल की सिफारिश पर ही एनआइए की टीम यहां पहुंची हो।

तीसरे दिन भी पुलिस ने चलाया सर्च अभियान

एएसपी रोहतक कृष्ण कुमार ने कहा कि खरावड़ में हुए विस्फोट की घटना को लेकर तीसरे दिन भी सर्च अभियान चलाया गया है। अलग- अलग टीमें अपने-अपने स्तर पर जांच कर रही है। शीघ्र ही इस मामले का खुलासा हो जाएगा।

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