Black Marketing: फतेहाबाद में व्यापारी कर रहा था डीएपी की कालाबाजारी, राजस्थान किए जा रहे थे बैग सप्लाई

पुलिस ने कैंटर जब्त कर भट्टू थाने में खड़ा कर दिया है जबकि भट्टू की ही एक फर्म के खिलाफ पुलिस ने लिखित कार्रवाई शुरू कर दी है। कृषि विभाग के एसडीओ भीम सिंह कुलडियां भी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई शुरू कर दी।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:37 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:37 PM (IST)
Black Marketing: फतेहाबाद में व्यापारी कर रहा था डीएपी की कालाबाजारी, राजस्थान किए जा रहे थे बैग सप्लाई
किसान व पुलिस ने डीएपी भरकर राजस्थान जा रहे केंटर को पकड़ा।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। एक तरफ जहां जिले में डीएपी खाद को लेकर मारामारी हो रही हैं तो दूसरी तरफ जिले से बाहरी राज्यों में डीएपी भेजने की मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बीते दिनों जाखल क्षेत्र में पंजाब डीएपी भेजने का मामला किसानों ने पकड़ा था तो वहीं मंगलवार को भट्टूकलां में किसान व पुलिस ने एक डीएपी भरकर राजस्थान जा रहे केंटर को पकड़ा है।

पुलिस ने कैंटर जब्त कर भट्टू थाने में खड़ा कर दिया है जबकि भट्टू की ही एक फर्म के खिलाफ पुलिस ने लिखित कार्रवाई शुरू कर दी है। कृषि विभाग के एसडीओ भीम सिंह कुलडियां भी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई शुरू कर दी। भट्टू की अनाज मंडी की एक खाद फर्म से डीएपी खाद के 100 बैग अवैध रूप से भरकर कैंटर रवाना हुआ था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर जांडवाला गांव में कैंटर को पकड़ लिया और छानबीन की तो अवैध कार्य का मामला सामने आने पर कैंटर को थाने ले आए और कृषि विभाग के के अधिकारियों को को जानकारी दी। जांच में सामने आया कि कैंटर में 100 बैग डीएपी थे, जिसे कैंटर द्वारा राजस्थान ले जाया जा रहा था। कैंटर चालक भादरा के गांव भरवाना का रहने वाले रमेश बताया गया है।

कड़ी कार्रवाई की जाएगी कार्रवाई : कुलड़िया

कैंटर में 100 अवैध बैग भरकर ले जाए रहे थे, जिसे पुलिस ने जब्त कर मुझे सूचना दी। हम आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत विभाग कार्रवाई कर रहा है और पुलिस को एफआईआर के लिए लिख दिया है। डीएपी सब्सिडाइज आइटम है और हरियाणा के लिए ही है, इसे बाहर नहीं भेजा जा सकता।

हमने गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा : चुघ

मुझे गुप्त सूचना मिली कि शहर का एक व्यापारी गलत तरीके से डीएपी को राजस्थान में भेज रहा है। हमने कार्रवाई करते हुए केंटर को गांव जांडवाला बांगड़ में पकड़ लिया। जिसमें 100 से अधिक बैग डीएपी के मिली। इसके बाद कृषि अधिकारियों को सूचित कर दिया। मेरे क्षेत्र में इस तरह डीएपी की कालाबाजारी नहीं होने दूंगा।

chat bot
आपका साथी