अग्रोहा मेडिकल में ब्लैक फंगस से संक्रमित उपचाराधीनों की हालात गंभीर, तीन और मौतें, अब तक 22 मरीजों की गई जान

संवाद सहयोगी अग्रोहा मेडिकल कालेज अग्रोहा में ब्लैक फंगस के रोगियों की संख्या निरंतर बढ़

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 07:50 AM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 07:50 AM (IST)
अग्रोहा मेडिकल में ब्लैक फंगस से संक्रमित उपचाराधीनों की हालात गंभीर, तीन और मौतें, अब तक 22 मरीजों की गई जान
अग्रोहा मेडिकल में ब्लैक फंगस से संक्रमित उपचाराधीनों की हालात गंभीर, तीन और मौतें, अब तक 22 मरीजों की गई जान

संवाद सहयोगी अग्रोहा : मेडिकल कालेज अग्रोहा में ब्लैक फंगस के रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी सहित चार जिलों के ब्लैक फंगस के मरीजों को अग्रोहा मेडिकल में उपचार के लिए भेजा जा रहा है। मेडिकल कालेज अग्रोहा में दाखिल ब्लैक फंगस के रोगियों से अधिकतर कोरोना पॉजिटिव रहे हैं। वहीं दूसरे नंबर पर शुगर के रोगियों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आए है। शुगर के साथ-साथ जिन मरीजों ने स्टेरॉयड का सेवन किया है। उनमें भी यह बीमारी अधिक मिल रही है। अग्रोहा मेडिकल में अब तक ब्लैक फंगस के 115 संदिग्ध मरीज आ चुके है। इनमें से 76 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, इनमें से 95 मरीज जो कोरोना संक्रमित रहे हैं, उनमें ब्लैक फंगस के लक्षण मिले है। कोरोना संक्रमित होने के साथ 76 रोगियों को शुगर की बीमारी भी है। वहीं, कोरोना संक्रमित और शुगर की समस्या से ग्रस्त 77 मरीजों में स्टेरॉयड लेने की बात भी सामने आई है। अब अग्रोहा मेडिकल में संदिग्ध मरीजों को मिलाकर कुल 77 मरीज एडमिट है। 22 मरीजों की हो चुकी है मौत

ब्लैक फंगस संक्रमण के चलते हुए अग्रोहा मेडिकल में उपचाराधीन मरीजों में से 22 मरीजों की मौत अभी तक हो चुकी है। वहीं संक्रमितों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दवाई नहीं होने से अन्य उपचाराधीन मरीजों की हालात भी चिताजनक बनी हुई है।

दवा के अभाव में मरीजों की जान खतरे में

महाराजा अग्रसेन मेडिकल कालेज अग्रोहा में ब्लैक फंगस संक्रमण यानी म्यूकरमाइकोसिस से पीड़ित मरीज अपने उपचार के लिए दवाइयों की बाट देख रहे हैं। चिकित्सकों के मुताबिक दवाई नहीं मिलने के कारण अस्पताल में दाखिल मरीजों में भी फंगस संक्रमण फैलने का अधिक खतरा होगा। इन मरीजों को दवाई नहीं मिलने से फंगस आगे भी फैलता जाएगा। मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस संक्रमण को रोकने में दी जाने वाली दवाई समाप्त हो चुकी है। चिकित्सकों के मुताबिक ब्लैक फंगस से संक्रमित एक मरीज को एक दिन छह एम्फोटेरोसीन इंजेक्शन की डोज देनी पड़ती है। सरकार को एम्फोटेरोसीन इंजेक्शन भेजने के लिए लिखा जा चुका है उम्मीद है जल्द ही समाधान हो जाएगा। स्वजन करवा रहे अपने मरीजों को डिस्चार्ज

अग्रोहा मेडिकल में ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों के लिए दवाई नहीं होने से उपचाराधीन मरीजों के स्वजन अपने मरीजों में बढ़ते हुए संक्रमण देखते हुए अन्य दूसरे अस्पतालों में लेकर जा रहे है।

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