भिवानी के सिविल अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला के शवों की अदला बदली, दूसरी का कर दिया संस्कार
शव को तलाशने के लिए महिला का पति व भाई सहित पूरा परिवार सामान्य अस्पताल व शहर के श्मशान घाटों में भटकते रहे। देर शाम को जिला सिविल सर्जन डा. सपना गहलावत तक मामला पहुंचने पर जांच की तो पता चला कि महिला के शव की अदला-बदली हुई है।
भिवानी [अशोक ढिकाव] सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों व अधिकारियों पर कोरोना संक्रमितों का इलाज सही से नहीं करने में लापरवाही के आरोप लगते रहते हैं। हालांकि ये बात सभी सरकारी अस्पतालों पर लागू नहीं होती है। मगर भिवानी के चौ.बंसीलाल अस्पताल में मंगलवार को कोरोना संक्रमित महिला का शव गाबय होने का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। इस मामले की तह तक जाने में और भी चौकाने वाला खुलासा हुआ।
चौ.बंसीलाल सामान्य अस्पताल के आइसीयू में दाखिल कस्बा ढिगावा जाटान निवासी करीब 40 वर्षीय रामकली की कोरोना से सोमवार शाम करीब पांच बजे मौत हो गई। उसके शव को वहां के शवगृह में रखवा दिया। वहां से अगले दिन ही दिन शव गायब हो गया। शव को तलाशने के लिए महिला का पति व भाई सहित पूरा परिवार सामान्य अस्पताल व शहर के श्मशान घाटों में भटकते रहे। देर शाम को जिला सिविल सर्जन डा. सपना गहलावत तक मामला पहुंचने पर जांच की तो पता चला कि महिला के शव की अदला-बदली हुई है।
शवगृह में रखे एक महिला के शव की पहचान के लिए जब स्वजनों को बुलाया गया था। शव बौंद कलां निवासी महिला पुष्पा पत्नी रामभूल का देना था मगर चिकित्सा स्टाफ ने लापरवाही करते हुए उसके शव की जगह रामकली के शव को उनको सौंप दिया था। जिसका वह दाह संस्कार भी कर चुके हैं। अब वे पुष्पा के शव को लेने के लिए वह कार्रवाई का इंतजार कर रहे है।
----जांच करने के बाद पता चला की शव गायब नहीं हुआ। गलती से बौंद कलां निवासी पुष्पा की भी मौत हुई दिन कोरोना से हुई थी। पुष्पा के परिजन रामकली के शव को ले गए थे। पुष्पा के परिजनों को बुलाकर शवगृह में रखे शव की पहचान करवाई तो वह पुष्पा का ही मिला। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।
-- डा. सपना गहलावत, सिविल सर्जन जिला भिवानी --