भाटोल जाटान फसल जलमग्न, खेतों के रास्ते भी बंद
धान व कपास की फसल में बरसाती पानी खड़ा होने से फसल खराब होने का खतरा।
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धान व कपास की फसल में बरसाती पानी खड़ा होने से फसल खराब होने का खतरा
-प्रशासन से जल निकासी के प्रयास तेज करने की मांग
संवाद सहयोगी, हांसी: शहर हो या गांव हर इलाके इस बार सावन में बदरा जमकर बरस रहे हैं। भाटोल जाटान गांव में बरसाती पानी इतना जमा हो गया है कि खेत में खड़ी फसल पानी में डूब चुकी है और रास्ते सारे जलमग्न हैं। परेशान ग्रामीण प्रशासन से जल निकासी के प्रबंध करने की गुहार लगा रहे हैं।
गौरतलब है कि अत्याधिक बारिश के कारण से अनेक गांवों में जलभराव हो चुका है। सबसे ज्याद नुकसान उन इलाकों में है जहां पर जलस्तर ज्यादा नीचे नहीं है। नारनौंद की तरफ के गांवों में हर साल जलभराव की समस्या सबसे अधिक होती है। इस बार भी भाटोल जाटान आदि गांवों के सैंकड़ों एकड़ में खड़ी फसल पानी में डूबी पड़ी हैं। मनदीप भाटोल ने बताया कि उनके गांव में धान व कपास की फसल को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। अगर आगामी कुछ दिनों में पानी की निकासी नहीं हुई तो पूरी फसल अत्याधिक पानी की वजह से खराब हो जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव के खेतों के रास्तों पर भी पानी जमा हो है जिस कारण किसानों को अपने खेतों में जाने में परेशानी हो रही है। मवेशियों को भी हरा चारा नहीं मिल पा रहा है क्योंकि पूरी फसल पानी डूबी हुई हैं। किसानों की मांग है कि प्रशासन उनके इलाके की सुध ले और जल निकासी के प्रबंध करते हुए जल्द से जल्द बरसाती पानी की निकासी की जाए। ग्रामीणों ने कहा कि बारिश उनके लिए आफत बन चुकी है अगर गांव में और बारिश आती है तो फसलें तबाह हो जाएंगी।