Tokyo Olympics: भारत की जीत पर बोले भारत छिकारा, यह हॉकी के अच्छे दिनों की शुरुआत
2010 के एशियन गेम्स में कांस्य पदक और कामनवेल्थ गेम्स में रजत पदक विजेता हाकी टीम के सदस्य रहे हैं बहादुरगढ़ के कानौंदा गांव के भारत छिकारा। ओलंपिक में भारत के 41 साल बाद पदक जीतने पर उनसे खास बातचीत।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। Tokyo Olympics में भारतीय हॉकी टीम के पदक जीतने पर हर तरफ खुशी का माहौल है। वर्ष 2010 के एशियन गेम्स में कांस्य पदक और कामनवेल्थ गेम्स में रजत पदक विजेता हॉकी टीम के सदस्य रहे बहादुरगढ़ के कानौंदा गांव के भारत छिकारा ने ओलिंपिक में 41 साल बाद पदक जीतने पर भारती हाकी टीम को बधाई दी है।
दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में भारत छिकारा ने बताया कि ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतना हॉकी इंडिया के लिए बहुत खास लम्हा है। यह जीत बड़े मायने रखती है। इस जीत ने हाकी को लोगों की जुबा पर ला दिया है। छिकारा ने कहा कि आज लोग हाकी के बारे में बात कर रहे हैं। अगर देश के लोग किसी पार्टिकुलर गेम के बारे में बात करते हैं तो इसका मतलब है कि उस गेम के अच्छे दिन आने वाले हैं।
टीम मेंटली व साइकोलाेजिकली बेहतर हुई
राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी रहे भारत छिकारा ने बताया कि अब हमारी टीम पहले के मुकाबले मेंटली व साइकोलाेजिकली बेहतर हुई है। साथ में हमने अपने फिटनेस लेवल को भी सुधारा है। इसी का कारण है कि अब हम अपनी टीम में आत्मविश्वास देखते हैं। मैं कुछ समय से कहता आ रहा हूं कि आज के दिन हमारी टीम वर्ल्ड में किसी भी टीम को हराने का दम रखती हैं और आज हम सभी ने वो देख भी लिया है, इस ओलिंपिक में। इस जीत काे आने वाली हाकी जनरेशन पर डेफिनेटली एक अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
यंग जनरेशन का भी बढ़ेगा आत्मविश्वास
भारत छिकारा ने कहा कि हमारी हाकी यंग जनरेशन में भी अब एक अलग ही प्रकार का आत्मविश्वास देखने को मिलेगा। वो भी चाहेंगे कि ओलिंपिक में हम अपने देश को मेडल लाकर दें और वो सोचेंगे कि अगर हमारे सीनियर मेडल लेकर आ सकते हैं तो हम क्यों नहीं। मैं अपनी तरफ से भारतीय हाकी की टीम को बधाई देता हूूं और लड़कियों की टीम को शुभकामना देता हूं कि वो भी जीत हासिल कर कांस्य पदक देश की झोली में डाले।
इंडिया हॉकी लीग से बढ़ा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास
भारत छिकारा ने बताया कि करीब एक दशक में हाकी गेम में काफी बदलाव आए हैं। मेरे ख्याल से हमारे प्लेयरों ने जो इंडिया हाकी लीग में पार्टिसिपेट किया था। इस लीग में हमारे खिलाड़ियों को वर्ल्ड के श्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ मैच खेलने का मौका मिला था। वहीं से ही हमारे प्लेयरों ने पाया था कि जो वर्ल्ड के बेस्ट प्लेयर रहे हैं, उनको अगर हम इस लीग के मैच में हरा सकते हैं तो हम उनको किसी भी मैच और किसी भी टूर्नामेंट में हरा सकते हैं। वहीं से हमारे प्लेयरों में एक कांफिडेंस आया था है। एक मुख्य कारण यह भी है कि हमारी टीम के साथ कोचिंग स्टाफ बहुत बेहतर है और इसी के कारण आज हम फिटनेस लेवल में किसी से भी पीछे नहीं हैं।