भांभू गैंग का सरगना विक्रम भांभू ने सुपारी देकर फतेहाबाद में शराब ठेकेदार की करवाई थी हत्या, दो गुर्गें काबू

पुलिस ने शराब ठेकेदार की हत्या का मामला सुलझा लिया है। भूना पुलिस ने दो युवकों को वीरवार रात्रि 9 बजे बैजलपुर बस स्टाप से गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान पहचान हिसार जिले के निवासी के निवासी के तौर पर हुई है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 02:36 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 02:36 PM (IST)
भांभू गैंग का सरगना विक्रम भांभू ने सुपारी देकर फतेहाबाद में शराब ठेकेदार की करवाई थी हत्या, दो गुर्गें काबू
6 अक्टूबर की रात को विक्रम भांभू ने सुपारी देकर तीन आरोपितों से ठेकेदार पंकज की करवा दी थी हत्या

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : गांव खासा पठाना में शराब ठेकेदार की हत्या का मामला सुलझा लिया है। भूना पुलिस ने दो युवकों को वीरवार रात्रि 9 बजे बैजलपुर बस स्टाप से गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान पहचान हिसार जिले के गांव ढाणी श्याम लाल निवासी 22 वर्षीय संजय उर्फ संजू तथा मूलरूप से कालवन एवं हाल आबाद धारसूल खुर्द निवासी 24 वर्षीय करमजीत उर्फ गोलू के रूप में हुई है। शुक्रवार को भूना पुलिस ने दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया और हत्या प्रकरण में प्रयुक्त वाहन, असला व अन्य सामान की बरामदगी के लिए रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपितों से हत्या प्रकरण में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी पूछताछ करेंगी।

विक्रम भांभू ने ही भेजे थे शूटर

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने कबूल किया है पंकज की हत्या भांभू गैंग का सरगना विक्रम भांभू ने करवाई थी। पुलिस के अनुसार विक्रम ने सुपारी देकर तीन आरोपितों को भेजा था। जिसमें संजू, करमजीत व अमन शामिल था। विक्रम भांभू पंकज व राजा से शराब ठेको में हिस्सेदारी मांग रहा था। पंकज के पास आसपास 20 से अधिक शराब ठेके थे। लेकिन पंकज व उसके भाई राजा ने देने से मना कर दिया था। इसी कारण विक्रम भांभू ने तीनों आरोपितों को सुपारी देकर पंकज की हत्या करवाई थी। कितने रुपये दिए थे अभी तक पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि तीनों आरोपित विक्रम भांभू के लिए काम करते है और उसी की गैंग में शामिल भी है।

हत्या के 10 दिन बाद भांभू गैंग ने ली थी जिम्मेदारी

पंकज की हत्या मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पुलिस कई दिनों तक आरोपितों की तलाश करती रहीं लेकिन किसी को कुछ पता नहीं चला। हत्या के 10 दिन बाद विक्रम भांभू के कुछ गुर्गों ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट करके इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने कहा कि भांभू गैंग ने ही हत्या की है। पुलिस ने इसी प्वाइंट को नोट किया और हत्यारों की तलाश में लग गई थी। पुलिस ने कुछ समय पूर्व ही विक्रम भांभू को गोरखपुर में शराब ठेकेदार पर फायरिंग करने के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस ने विक्रम से पूछताछ की थी उसी आधार पर ये आरोपित पकड़े गए है।

यह था मामला

6 अक्टूबर को खासा पठाना निवासी 30 वर्षीय पंकज खुराना अपनी करेटा गाड़ी में सवार होकर डूल्ट से लिंक मार्ग से होते हुए खासा पठाना आ रहा था। इसी दौरान उसका पीछा कर रहे मोटरसाइकिल सवार 3 बदमाशों ने खासा पठाना मुख्य मार्ग पर पहुंचने से महज 200 मीटर पहले ही गाड़ी को घेर लिया। हालांकि पंकज ने अपनी जान बचाने के लिए गाडी छोड़कर खेतों में भागने का प्रयास भी किया, लेकिन हमलावरों ने उसका पीछा करते हुए खेतों में घुसकर गोलियां मारी और फरार हो गए। करीब 10 से अधिक गोली लगने से घायल पंकज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

--------पुलिस ने इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। विक्रम भांभू ने सुपारी देकर पंकज की हत्या करवाई थी। विक्रम भांभू शराब ठेकों में हिस्सेदारी मांग रहा था। इसी को लेकर विवाद था। इस मामले में एक अन्य आरोपित अमन का नाम भी सामने आया है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। आरोपितों को रिमांड पर लेकर बाइक व पिस्तौल आदि बरामद किए जाएंगे।

अजायब सिंह, डीएसपी फतेहाबाद।

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