कुर्सी के लिए छिड़ा विवाद, बैठने को जगह नहीं मिली तो एसडीओ की कर दी धुनाई

मांग पत्र मिलने के बाद एसडीओ ने एससी-बीसी यूनियन के नेताओं ने बुलाई थी बैठक, एसडीओ की शिकायत पर चार कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज, दो सस्पेंड

By manoj kumarEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 05:53 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 05:53 PM (IST)
कुर्सी के लिए छिड़ा विवाद, बैठने को जगह नहीं मिली तो एसडीओ की कर दी धुनाई
कुर्सी के लिए छिड़ा विवाद, बैठने को जगह नहीं मिली तो एसडीओ की कर दी धुनाई

हिसार/हांसी, जेएनएन। कुर्सी चाहे किसी भी पद की हो, इसकी चाहत सभी को होती है। मगर सोचिए अगर कुर्सी पर बैठने के लिए कोई मारपीट पर उतर आए तो क्‍या होगा। मगर हांसी में ऐसी ही घटना हुई। जब बिजली निगम के भिवानी रोड स्थित कार्यालय में मंगलवार को कर्मचारियों की मांगों को लेकर बैठक बुलाई गई। बैठक में कुर्सी पर बैठने को लेकर एससी-बीसी यूनियन के सदस्यों ने एसडीओ के साथ गाली-गलौच शुरू कर दिया। विवाद इतना बढ़ गया कि यूनियन के सदस्यों ने एसडीओ के साथ मारपीट भी की।

मामले को बढ़ता देख कार्यालय में मौजूद अन्य कर्मचारी मौके पर जमा हो गए। जिसके बाद यूनियन के सदस्य कार्यालय से उठकर चले गए। इस मामले में एसडीओ विकास ठकराल द्वारा शहर थाना में बिजली निगम के चार कर्मचारियों और अन्य के खिलाफ शिकायत देकर मारपीट का आरोप लगाया। देर शाम को एसडीओ की शिकायत पर धर्मवीर, डिप्टी सुपरिटेंडेंट चंद्रप्रकाश, प्रधान रणबीर सिंह, राजेंद्र सिंह गहलोत के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। एसडीओ को उपचार के लिए सिविल अस्पताल भी लाया गया।

मामले को गंभीरता से लेते हुए निगम के आला अधिकारियों ने मंगलवार देर सायं आदेश जारी कर मामन राम व राजेंद्र सिंह गहलोत को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है और यूनियन के प्रधान रणबीर सिंह का तबादला करते हुए उन्हें बालावास स्थानांतरित कर दिया है।

एससी-बीसी यूनियन ने कर्मचारियों की मांगों को लेकर एसडीओ को मांग पत्र दे रखा था और इसी को लेकर एसडीओ ने अपने कार्यालय में वार्ता के लिए यूनियन के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया था। एसडीओ कार्यालय में यूनियन के भारी संख्या में पदाधिकारी जमा हो गए जिसके बाद कुर्सियां कम पड़ गई। एसडीओ विकास ठकराल ने वार्ता से पहले कर्मचारी नेताओं से परिचय के लिए कहा और 5-6 कर्मचारी नेताओं को वार्ता के लिए कार्यालय में उपस्थित रहने और अन्य को बाहर जाने की अपील की। इस पर अन्य शहरों से आए पदाधिकारियों ने कहा कि वो राज्य स्तर के पदाधिकारी हैं और उन्हें बाहर क्यों भेजा जा रहा है।

इस पर उपस्थित यूनियन के सभी पदाधिकारी तैश में आ गए और एसडीओ के साथ गाली-गलौच करने लगे। एसडीओ ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि गाली-गलौच कर रहे कर्मचारियों ने उनका गला पकड़ लिया और उन्होंने मदद के लिए कार्यालय में तैनात अन्य कर्मचारियों को बुलाया जिसके बाद ये लोग मौके से चले गए। पुलिस ने मामले की जांच के लिए बिजली निगम में लगे सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में ले ली है। एससी-बीसी यूनियन के राज्य महासचिव धर्मवीर सेलवाल ने एसडीओ के साथ मारपीट के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि केवल बहस हुई थी और मारपीट के आरोप निराधार हैं।

अधिकारी से बदसलूकी या मारपीट करने वाले कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा

विरोध प्रकट कर रहे कर्मचारियों द्वारा अधिकारी के साथ मारपीट करना निंदनीय घटना है। कुछ कर्मचारी माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। एसडीओ से मारपीट करने के मामले में दो कर्मचारियों के तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। किसी भी कर्मचारी द्वारा किसी अधिकारी से बदसलूकी या मारपीट की जाती है तो आरोपित कर्मचारी को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

- संकल्प परिहार, एक्सईएन, विद्युत निगम, हांसी।

--यूनियन को बातचीत के लिए बुलाया था मगर उनकी तरफ से हाथापाई की गई। उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत करवा दिया गया और साथ ही पुलिस में भी शिकायत दी गई है।

- विकास ठकराल, एसडीओ, बिजली निगम

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