सावधान! इन पांच तरह की ऑनलाइन ठगी के आगे पुलिस भी बेबस, बचने के हैं ये उपाय

ऑनलाइन ठगों ने भी अपने तरीके बदल लिए हैं। अलग-अलग तरीकों से लोगों से मोटी रकम ठगी जा रही है। ठगी के इन खेल में पीड़ितों की मोटी रकम चली जाती है और शिकायत के बाद भी पुलिस इन ठगाें तक नहीं पहुंच पाती। अब ये तरीके अपनाएं

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 04:27 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 04:27 PM (IST)
सावधान! इन पांच तरह की ऑनलाइन ठगी के आगे पुलिस भी बेबस, बचने के हैं ये उपाय
ऑनलाइन ठगी करने के बदमाशों ने नए नए तरीके निकाल लिए हैं

रोहतक, जेएनएन। सोशल मीडिया के इस दौर में ठगी के तरीके भी बदल गए हैं। पहले जहां अधिकतर ठगी के मामले ओएलएक्स पर सामान बेचने के नाम पर आते थे अब वहीं ठगों ने भी अपने तरीके बदल लिए हैं। अलग-अलग तरीकों से लोगों से मोटी रकम ठगी जा रही है। खास बात यह है कि ठगी के इन खेल में पीड़ितों की मोटी रकम चली जाती है और शिकायत के बाद भी पुलिस इन ठगाें तक नहीं पहुंच पाती। आज हम आपको ऐसे ही पांच तरीके बताएंगे, जिनके माध्यम से आजकर सबसे अधिक ठगी की जा रही है।

- वाहन बेचने के नाम पर ठगी

लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए आजकल ठगों ने फेसबुक पर पेज बना रखे हैं। जिस पर अधिकतर नए-नए मॉडल की गाड़ियों की पोस्ट डाली जाती है। जिसके बाद उसे बेहद सस्ते दामों पर बेचने का झांसा दिया जाता है। कुछ दिन पहले गांधी कैंप के रहने वाले राजीव कुमार को भी इसी तरह शिकार बनाकर 95 हजार रुपये ठग लिए गए थे। कार बेचने वाले ने खुद को सेना का जवान और गुरुग्राम में तैनात बताया। डेढ़ लाख रुपये में कार का सौदा हुआ और आरोपित ने अलग-अलग खर्च के नाम पर 95 हजार रुपये खाते में डलवा लिए।

- नौकरी के नाम पर ठगी

अर्बन एस्टेट एरिया की रहने वाले एक युवती से भी कुछ माह पहले नौकरी के नाम पर एक लाख रुपये ठग लिए। पीड़िता ने वेबसाइट पर बायोडाटा अपलोड किया था। इसके बाद उसके पास फोन आया। फोन करने वाले ने झांसा दिया कि इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर एयर टिकटिंग के पद पर नौकरी लगवा देगा। ऑनलाइन पेपर भी करा लिया गया। इस तरह झांसे में लेकर एक लाख रुपये ठग लिए। बाद में पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दी।

- फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर ठगी

मई माह में केवल गंज के रहने वाले व्यापारी राकेश कपूर के नाम पर फर्जी फेसबुक आइडी बनाई गई, जिसके बाद फेसबुक आइडी से जुड़े उनके परिचितों को मैसेज भेजकर उधार में रुपये मांगे गए। हालांकि शक होने पर व्यापारियों ने तत्काल फोन पर उनसे संपर्क किया। तब जाकर पूरे मामले का पता चला और ठगी से बच सके।

- बैंककर्मी बनकर ठगी

ठगी के मामले में बैंककर्मी बनकर भी लोगों काे चुना लगाया जा रहा है। भिवानी चुंगी के रहने वाले सतीश के पास पिछले माह फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को बैंक अधिकारी बताया और कहा कि आपका एटीएम कार्ड बंद होने वाला है। इसे रिन्यू नहीं कराया तो बंद हो जाएगा। पीड़ित से एटीएम के नंबर और पिन नंबर पूछा और फिर खाते से 25 हजार रुपये निकाल लिए गए।

- टावर लगवाने के नाम पर ठगी

मकान या प्लाट में टावर लगवाने के नाम पर भी ठगी की जा रही है। इसी तरह सुखपुरा चौक के रहने वाले एक व्यक्ति से करीब 30 हजार रुपये ठग लिए गए। जब ठगी का पता चला तो आरोपितों ने उसे धमकी दी। बाद में यह मामला पुलिस तक पहुंचा।

ऐसे करें बचाव

- फेसबुक प्रोफाइल पर प्राइवेसी लगाकर रखनी चाहिए। साथ ही अन्य किसी भी अनजान व्यक्ति की रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करनी चाहिए। यदि कोई उधार रुपये मांगता है तो पहले संबंधित व्यक्ति को फोन कर पूरी जानकारी लें।

- यदि कोई व्यक्ति नौकरी लगवाने का झांसा देता है तो संबंधित कंपनी में जाकर उसककी पूरी जानकारी जुटाई जाए। शक होने पर पुलिस को सूचना दें।

- यदि कोई बैंककर्मी बनकर आपसे पिन नंबर या खाते से संबंधित अन्य जानकारी मांगता है तो उसे जानकारी ना दें। बैंककर्मी भी खाते से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांग सकते।

- कोई व्यक्ति टावर लगवाने के नाम पर झांसा देता है तो पहले उक्त कंपनी के अधिकारियों से संपर्क करें, तभी आगे की कोई प्रक्रिया पूरी करें।

- फेसबुक पेज पर यदि कोई सस्ता वाहन बेचने का दावा करता है तो पहले उस व्यक्ति से मिलकर पूरी जानकारी जुटा लें।

chat bot
आपका साथी