बता मेरे यार सुदामा रै सोंग से फेम बनी विधि देशवाल ने अब अभिनय में छोड़ी छाप

छोरियां छोरों से कम नहीं हरियाणवी फिल्म में विधि ने निभाया है अहम किरदार। रोहतक के सांघी गांव के सरकारी स्कूल की पूर्व छात्रा विधि एक हरियाणवी गीत गाकर हुई थी प्रसिद्ध।

By manoj kumarEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 07:12 PM (IST) Updated:Tue, 21 May 2019 12:54 PM (IST)
बता मेरे यार सुदामा रै सोंग से फेम बनी विधि देशवाल ने अब अभिनय में छोड़ी छाप
बता मेरे यार सुदामा रै सोंग से फेम बनी विधि देशवाल ने अब अभिनय में छोड़ी छाप

रोहतक [रतन चंदेल] बता मेरे यार सुदामा रै हरियाणवी गीत से फेम बनी विधि देशवाल ने बॉलीवुड फिल्म छोरियां छोरों से कम नहीं, में शानदार अभिनय कर धमाल मचा दिया है। बॉलीवुड अभिनेता एवं निर्माता सतीश कौशिक की फिल्म में विधि ने मुख्य किरदार निभाया है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, का संदेश देती इस फिल्म का मुख्य गीत भी विधि ने खुद ही गया है।

रै ताऊ पता चलै तो बता ... उनका गीत खूब छाया हुआ है। हरियाणवी थीम पर तैयार हुई इस बॉलीवुड फिल्म को दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं। उधर, विधि और उसके काम की सराहना होने से उनके परिजन भी खुश है। फिलहाल पठानिया पब्लिक स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा विधि का कहना है कि अगर बॉलीवुड से किसी अच्छी फिल्म का ऑफर मिलेगा को अभिनय करूंगी।

किसान है पिता, मां है गृहिणी

रोहतक के घिलौड़ गांव की रहने वाली विधि के पिता सतीश किसान हैं, जबकि मां संतोष देशवाल गृहिणी हैं। बेटी विधि को फिल्मों में मौका मिले, यही परिवार की चाहत थी। फिल्म की शूटिंग पिछले साल शुरू हुई थी। विधि को फिल्म में अहम किरदार मिला है, जिसकी सभी ने सराहना की है।

गीत के बोले ठीक नहीं लगे तो ठुकरा दिया था ऑफर

बता दें कि बीते साल भी एक नामी निर्देशक का ऑफर उनको मिला था, लेकिन गीत के बोल ठीक नहीं थे, इसलिए विधि के परिवार ने फिल्म में गाने के ऑफर को ठुकरा दिया था। विधि के पिता सतीश कहते हैं कि बेटी को भजन के माध्यम से पहचान मिली, ऐसे में गलत बोल वाली किसी भी फिल्म में काम नहीं कराएंगे। सतीश का यह भी कहना है कि हरियाणा फिल्म इंडस्ट्री को भी देश में अच्छा स्थान मिलना चाहिए। इसके लिए सरकार और कलाकारों को आगे आना होगा। ताकि प्रदेश की प्रतिभा को निखारा जा सके।

बाल सभा में गाए गीत से मिली प्रसिद्धी

सांघी स्थित डा. स्वरूप सिंह राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल की पूर्व छात्रा विधि ने इस फिल्म में दमदार अभिनय किया है। विधि खुद बताती हैं कि बता मेरे याद सुदामा रै ... भजन को उनकी मां संतोष घर पर गाती थीं। उन्हीं से उन्होंने भजन को सुना था। बाद में सांघी स्कूल में सातवीं कक्षा में बाल सभा के दौरान उन्होंने यह गीत गाया था। उनका यह भजन इतना पसंद किया गया कि देशभर में प्रसिद्ध हो गया।

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