सिरसा में बणी डिस्ट्रीब्यूटरी माइनर टूटी, फसलें डूबी, 55 दिनों के बाद आया था नहर में पानी

ग्रामीणों के अनुसार 55 दिन यानि करीब दो महीनों के बाद नहर में पानी आया। डिस्ट्रीब्यूटरी से पीने और सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति होती है। नहर टूट जाने के कारण जिन किसानों की पानी लगाने की बारी थी वे भी पानी लगाने से वंचित रह गए

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 12:56 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 12:56 PM (IST)
सिरसा में बणी डिस्ट्रीब्यूटरी माइनर टूटी, फसलें डूबी, 55 दिनों के बाद आया था नहर में पानी
सिरसा में माइनर टूटने के बाद राहत कार्य में जुटे लोग

सिरसा, जेएनएन। सिरसा के रानियां क्षेत्र में बहने वाली बणी डिस्ट्रीब्यूटरी नहर बीती रात गांव झोतड़ के समीप टूट गई। नहर टूटने के कारण पानी आसपास के खेतों में भर गया। नहर टूटने की जानकारी मिलने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने जेसीबी की मदद से नहर में आई दरार को पाटने का काम शुरू किया। सुबह तक नहर में आई दरारों को पाटने का कार्य किया जा रहा था परंतु एक जेसीबी होने के कारण काम धीमी गति से चल रहा था। उधर नहर टूटने की सूचना मिलने पर ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। ट्रैक्टरों की मदद से राहत कार्य शुरू किया गया।

55 दिनों के बाद आया नहर में पानी

ग्रामीणों के अनुसार 55 दिन यानि करीब दो महीनों के बाद नहर में पानी आया है। डिस्ट्रीब्यूटरी में आने वाले पानी से जहां वाटर वर्क्‍स को आपूर्ति की जाती है वहीं खेतों में भी सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति होती है। नहर टूट जाने के कारण जिन किसानों की पानी लगाने की बारी थी, वे भी पानी लगाने से वंचित रह गए साथ ही गांवों में वॉटर वक्र्स में भी पानी नहीं भरा गया, जिस कारण पेयजल संकट भी गहरा सकता है। हालांकि नहर टूटने के कारण किसी को नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि वर्तमान में अधिकतर खेत खाली है।

---सिचाई विभाग के जेई नरेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थित का जायजा लिया। नहर में आई दरार को पाटने में ग्रामीण भी मदद कर रहे हैं। विभागीय अधिकारी ने बताया कि बुधवार रात को नहर टूट गई। नहर में आई दरार को पाटने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नहर में आई दरार को दुरूस्त कर दिया जाएगा।

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