सिरसा में स्वर्णकार के यहां चोरी करने पहुंचे बदमाश, दो किसानों ने बचाया लाखों का माल
सिरसा में डबवाली-चौटाला हाईवे स्थित दुकान के चोरों ने दो सेंटर लॉक तथा दो साइड लॉक तोड़ डाले थे। शीशे का दरवाजा तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। शोर सुनकर दो किसान मौके पर आ गए। इसके बाद चोर कार में डबवाली की ओर फरार हो गए।
सिरसा, जेएनएन। डबवाली में रविवार देर रात चोरों ने गांव अबूबशहर में स्वर्णकार की दुकान को निशाना बनाने का प्रयास किया। चोरों ने डबवाली-चौटाला हाईवे स्थित दुकान के दो सेंटर लॉक तथा दो साइड लॉक तोड़ डाले थे। दुकान के अंदर घुसने के लिए शीशे का दरवाजा तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। शोर सुनकर दो किसान मौके पर आ गए। इसके बाद चोर कार में डबवाली की ओर फरार हो गए। दुकान में रखी चार ङ्क्षक्वटल वजनी तिजोरी में करीब पांच लाख रुपये कीमत का सामान रखा हुआ था। दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों में वारदात रिकॉर्ड हो गई। सोमवार सुबह दुकान मालिक गांव अबूबशहर निवासी गगनदीप सोनी ने पुलिस को सूचित किया।
सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हुई वारदात
सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि चोर डबवाली की ओर से मारुति-800 कार में सवार होकर आए थे। कार के आगे काली पट्टी लगी हुई थी। नंबर प्लेट नहीं थी। देर रात करीब 11.40 पर कार को बैक करके गगन ज्वेलर्स के आगे लगा दिया। दो चोर कार से उतरे। सेंटर तथा साइड लॉक उखाड़ फेंके। शीशे के दरवाजे का लॉक तोडऩे का प्रयास किया। लॉक तोड़ ही रहे थे कि इस बीच जरनैली मार्ग स्थित अपने खेतों की संभाल कर रहे गांव अबूबशहर निवासी टोनी गोदारा तथा बलङ्क्षवद्र ङ्क्षसह मुक्तसरिया शोर सुनकर मौका पर पहुंचे। किसानों को देखकर चोर कार में बैठकर डबवाली की ओर फरार हो गए। हालांकि किसानों ने कार पर लाठियां बरसाकर चोरों को रोकने का प्रयास किया। लाठी लगने से कार का कंडक्टर साइड वाला शीशा टूट गया। किसानों ने चोरों को पकडऩे के लिए बाइक पर करीब दो किलोमीटर तक पीछा भी किया। आरोपित हाथ नहीं आए। करीब 11.52 पर आरोपित मौका से भागे थे।
मुंह पर बांध रखे थे रुमाल
सीसीटीवी फुटेज में चोर दुबले-पतले नजर आ रहे हैं। उम्र 25 से 30 साल होगी। पहचान न आए इसलिए चेहरे पर रुमाल बांध रखे थे। टोपियां पहनी हुई थी। दुकानदार गगनदीप सोनी के मुताबिक फुटेज से प्रतीत होता है कि पिछले दिनों पन्नीवाला मोटा में स्वर्णकार की दुकान में हुई चोरी जैसी वारदात करने की कोशिश थी। उसी तरीके से चोरों ने कार को दुकान के आगे लगाया था। चोरों के पास रॉड, कटर, पेचकस, तार आदि सामान था।
पुलिस को सूचित करते तो शायद पकड़े जाते चोर
चोरों का पीछा करने वाले दो लोग थे। दोनों में से कोई पुलिस को सूचित करता तो शायद नाकाबंदी करके चोर गिरोह पुलिस की गिरफ्त में आ जाता। जिससे डबवाली इलाके में होने वाली आपराधिक गतिविधियों का सुराग लग सकता था।