हिसार शहर की मेन ड्रेनेज धंसने से क्षेत्र में भय का माहौल, दुरुस्त हाेने में लग सकता है लंबा समय

हिसार में निरीक्षण के बावजूद अभी तक जनस्वास्थ्य विभाग ने ड्रेनेज दुरुस्त करने की दिशा में कार्य ही शुरु नहीं किया है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि जनस्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली से ऐसा लग रहा है कि अधिकारी शायद कोई बड़े हादसे के इंतजार में है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:28 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:28 AM (IST)
हिसार शहर की मेन ड्रेनेज धंसने से क्षेत्र में भय का माहौल, दुरुस्त हाेने में लग सकता है लंबा समय
हिसार में कई ओर जगह धंस सकती है ड्रेनेज, अभी दुरुस्त होने के नहीं दिख रहे आसार

जागरण संवाददाता, हिसार : शहर की मेन ड्रेनेज लाइन धंसने से वार्ड-20 की विवेक विहार और अग्रसेन कालोनी में भय का माहौल बना हुआ है। क्षेत्रवासी जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों से संपर्क कर ड्रेनेज को दुरुस्त करवाने की मांग कर रहे है। उधर अधिकारी अभी तक इस बात का फैसला नहीं ले पाए है कि वे ड्रेनेज की पाइप बदलेंगे या अन्य कोई रास्ता निकालेंगे। ऐसे में निरीक्षण के बावजूद अभी तक जनस्वास्थ्य विभाग ने ड्रेनेज दुरुस्त करने की दिशा में कार्य ही शुरु नहीं किया है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि जनस्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली से ऐसा लग रहा है कि अधिकारी शायद कोई बड़े हादसे के इंतजार में है। इंजीनियरों ने जहां ड्रेनेज धंसी है वहां पर सीढ़ी व रस्सा लगाया है ताकि इस मार्ग पर आने वाले सावधान रहे। हालांकि सुरक्षा के प्रबंध भी सड़क और पार्क में नाकाफी है।

48 ईंची लाइन बैठने से 12 फीट तक हुआ गडढा

फव्वारा चौक नगर निगम कार्यालय के सामने से होते हुए वार्ड-20 की अग्रसेन व विवेक विहार कालोनी से होते हुए ऋषि नगर बरसाती डिस्पोजल तक लाइन गई हुई है। 48 ईंची इस लाइन से शहर के वीआईपी क्षेत्र की जलनिकासी होती है। वीआईपी क्षेत्र इसलिए क्योंकि इस क्षेत्र में स्थानीय विधायक, निगम कमिश्नर, आईजी, एडीसी, एसडीएम सहित कई नेताओं और शहर के आर्थिक रूप से काफी समृद्ध लोगों के घर है। जिनका बरसाती पानी निकासी इसी ड्रेनेज से होता है। यह ड्रेनेज वार्ड-20 में दो जगह धंस गई है। दोनों जगह करीब 10 फीट चौड़े और 10 से 12 फीट तक गहरे गडढे हो गए है।

ड्रेनेज दुरुस्त करने में लग सकता है लंबा समय

क्षेत्रवासी बृजेश त्यागी ने कहा कि धंसी हुई ड्रेनेज देखने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी तक आ चुके है। लेकिन वे अभी तक यह फैसला नहीं ले पाए है ड्रेनेज का एक पाइप बदलेंगे या पूरी ड्रेनेज का प्रोजेक्ट तैयार कर इसे बदला जाएगा। यहीं नहीं मौजूदा समय में अभी तक ड्रेनेज को दुरुस्त करने का कार्य ही नहीं कर रहे है। इंजीनियरों की ओर से अभी तक कोई उचित संज्ञान नहीं लेने से ड्रेनेज ओर भी दूसरी जगह धंस सकती है ऐसे में लोगों को धंसी हुई ड्रेनेज के कारण बड़ा हादसा होने का डर सता रहा है।

----जहां ड्रेनेज धंसी है उसकी अपडेट ली है। अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में कार्य कर रहे है। मेरा अधिकारियों से आग्रह है कि वे जल्द से ड्रेनेज को दुरुस्त करवाए ताकि कोई बड़ा हादसा न हो जाए।

-अंबिका शर्मा, पार्षद वार्ड-20

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