हिसार में 50 लाख रुपये से अधिक के विकास कार्यों की हिसार नगर निगम में मिल जाएगी स्वीकृति
नगर निगम हिसार के टेक्नीकल अफसरों को अब 50 लाख रूपये से अधिक के विकास कार्यों के लिए मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इन कामों की स्वीकृति अब नगर निगम हिसार में ही मिल पाएगी।
हिसार, जेएनएन। नगर निगम हिसार के टेक्नीकल अफसरों को अब 50 लाख रूपये से अधिक के विकास कार्यों के लिए मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इन कामों की स्वीकृति अब नगर निगम हिसार में ही मिल पाएगी। यह संभव होगा शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा (यूएलबी) की ओर से लिए गए नए फैसले से। यूएलबी ने नगर निगम में चीफ इंजीनियर का पद सृजित कर दिया है। गुरुग्राम से चीफ इंजीनियर की दो पोस्ट थी। जिसमें से एक पोस्ट वहां से हिसार ट्रांसफर कर दी गई है। यूएलबी के इस फैसले से अब नगर निगम की टेक्निकल ब्रांच के कार्यों में तेजी आएगी।
जल्द हो पाएंगे विकास कार्य
पहले 50 लाख रुपये से अधिक के टेंडर की फाइल को यूएलबी मुख्यालय में भेजा जाता था। चंडीगढ़ तक फाइल आने जाने में और इस दौरान कोई आब्जेक्शन लग जाए तो फाइल पर कार्य शुरू करने में लंबा समय लगता था। जिसके चलते विकास कार्यों को शुरू करवाने में कई माह बित जाते थे। यूएलबी की ओर से पद सृजित करने पर अब फाइल निगम कार्यालय में ही एक टेबल से दूसरी टेबल तक जानी है। ऐसे में चंद दिनों में ही 50 लाख से अधिक के टेंडर हो पाएंगे।
गुरूग्राम में एक चीफ इंजीनियर के हाथों में निगम की बागडोर
गुरूग्राम के विकास कार्यों की बागडोर अब एक ही चीफ इंजीनियर के हाथों में होगी। पूर्व में गुरुग्राम में दो चीफ इंजीनियर के पद थे। जिसमें से एक निरस्त करते हुए हिसार ट्रांसफर कर दिया है। यूएलबी की ओर से 13 अगस्त 2020 को नगर निगम कमिश्नर अशाेक गर्ग को आदेश की प्रति भेजकर चीफ इंजीनियर का पद सृजित करने के बारे में दिशा निर्देश जारी किए है। मौजूदा समय में अब सीएम सीटी करनाल में बतौर चीफ इंजीनियर कार्य कर रहे रामजीलाल को यूएलबी ने चीफ इंजीनियर हिसार के पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा हुआ है।