अंशुल छत्रपति ने गुरमीत राम रहीम पर उठाए सवाल, बोले- दुष्कर्मी हत्यारे को वीआइपी ट्रीटमेंट क्यों

गुरमीत राम रहीम को कोरोना पॉजिटिव होने पर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां हनीप्रीत समेत उसके लिए चार अटेंडेंट नियुक्त किए गए हैं। इस सब पर पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल ने सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट जाने की चेतावनी दी है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 09:08 AM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 09:08 AM (IST)
अंशुल छत्रपति ने गुरमीत राम रहीम पर उठाए सवाल, बोले- दुष्कर्मी हत्यारे को वीआइपी ट्रीटमेंट क्यों
अंशुल ने कहा कि हनीप्रीत गुरमीत से कई बार मिल रही है। कोई बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है।

सिरसा, जेएनएन।  मृतक पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के पुत्र अंशुल छत्रपति ने कहा है कि सरकार सुनारिया जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह को बीमारी के बहाने फाइव स्टार अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही ढील को लेकर वह शीघ्र ही सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायालय में शिकायत देंगे। इधर, सोमवार को दोबारा जांच में गुरमीत राम रहीम की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई। उसे कोविड वार्ड से नान-कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।

अंशुल छत्रपति ने कहा कि जेलों में बंद कितने कैदियों को उपचार के लिए फाइव स्टार अस्पतालों में ले जाया जाता है। कैदियों को सरकारी अस्पताल में दवा दिलाई जाती है। गंभीर होने पर रोहतक पीजीआइ तक ले जाया जाता है। लेकिन डेरा प्रमुख के मामले में विशेष रियायत बरती जा रही है। हत्या व दुष्कर्म जैसे मामलों में सजा काट रहे गुरमीत सिंह को इस तरह की सुविधाएं देना प्रदेश के लिए खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा को कोरोना पाॅजिटिव मरीज को किसी से मिलने भी नहीं दिया जाता है। लेकिन रामरहीम के मामले में हनीप्रीत को अटेंडेंट कार्ड जारी किया गया है। हनीप्रीत दिन में कई बार गुरमीत सिंह से मुलाकात कर रही है, जिससे लगता है कि कोई बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है। 

बीमारी के बहाने कर रहा गुप्त बैठकें

अंशुल छत्रपति ने कहा कि 25 अगस्त 2017 को पंचकूला की सीबीआइ कोर्ट ने गुरमीत सिंह को सजा सुनाई थी तब पंचकूला व सिरसा में दंगे हुए थे। जिनमें कई लोगों को जान गंवानी पड़ी थी और प्रदेश को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। उस समय हनीप्रीत सहित कई डेरा प्रेमियों को षड्यंत्र रचने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि अब डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह कभी मां की बीमारी तो कभी खुद के बीमारी के बहाने गुरुग्राम के फार्म हाउस में जाकर हनीप्रीत व डेरा की मैनेजमेंट से गुप्त बैठकें कर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि गुरमीत सिंह कोरोना पाॅजिटिव है तो उसने पीजीआइ में टेस्ट क्यों नहीं करवाया। गुरमीत सिंह को भी जेल में आइसोलेट कर उपचार दिया जाना चाहिए।

इधर, डेरा प्रमुख की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव

दुष्कर्म व हत्या के आरोप में रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह की सोमवार को मेदांता में दोबारा कोरोना जांच की गई। उसमें उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। रविवार को रैपिड टेस्ट में रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। जबकि सोमवार को आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया गया। रिपोर्ट के आधार पर उसे कोविड वार्ड से नॉन-कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।

पैंक्रियाज में दिक्कत पर भर्ती कराया था

डेरा प्रमुख को पैंक्रियाज में अधिक दिक्कत है। इस वजह से कुछ दिन पहले तबीयत खराब होने पर उसे पीजीआइ रोहतक में भर्ती कराया गया था। वहां से डाक्टरों की सलाह पर रविवार दोपहर उसे मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। भर्ती होते ही उसका रैपिड टेस्ट किया गया था। इसमें रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई थी। इस आधार पर उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। कोविड का इलाज भी अस्पताल की वरिष्ठ फिजिशियन डा. सुशीला कटारिया की देखरेख में शुरू कर दिया गया था।

कोरोना का इलाज भी रोका

रिपोर्ट निगेटिव आने के साथ ही कोविड का इलाज रोक दिया गया। बताया जाता है कि उसकी देखभाल के लिए मुंहबोली बेटी हनीप्रीत साथ ही रह रही है। उसने अटेंडेंट के रूप में कार्ड रविवार को ही बनवा लिया था। इधर, गुरमीत सिंह की सुरक्षा को ध्यान में रखकर अस्पताल में आने वाले एक-एक व्यक्ति के ऊपर नजर रखी जा रही है। 30 से अधिक पुलिसकर्मी अस्पताल के भीतर से लेकर बाहर तक सुरक्षा में तैनात हैं।

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