24 घंटे लगातार चढ़ाई कर एवरेस्‍टर अनीता कुंडू ने नेपाल की 6119 मीटर ऊंची टेक्निकल माउंटेन लोबुचे की फतह

अनीता कुंडू ने नेपाल की खतरनाक टेक्निकल माउंटेन लोबूचे को फतह कर लिया। इसकी ऊंचाई 6 हजार 119 मीटर है। अनीता कुंडू ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि देश की आन बान शान तिरंगे को नेपाल की सबसे खतरनाक माने जाने वाली चोटी पर तिरंगा फहरा दिया।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 09:01 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 09:01 AM (IST)
24 घंटे लगातार चढ़ाई कर एवरेस्‍टर अनीता कुंडू ने नेपाल की 6119 मीटर ऊंची टेक्निकल माउंटेन लोबुचे की फतह
तीन बार माउंट एवरेस्‍ट को फतह करने वाली अनीता कुंडू के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है

हिसार/बालसमंद, जेएनएन। हिसार जिले के फरीदपुर गांव की बेटी अनीता कुंडू ने बुधवार सुबह नेपाल की सबसे खतरनाक टेक्निकल माउंटेन लोबूचे को फतह कर लिया। इसकी ऊंचाई 6 हजार 119 मीटर है। अनीता कुंडू ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि बुधवार सुबह देश की आन बान शान तिरंगे को नेपाल की सबसे खतरनाक मानी जाने वाली चोटी पर तिरंगा फहरा दिया है। पूरी चढ़ाई के दौरान स्नो फॉल होता रहा, बार बार मौसम बदलता रहा लेकिन हमारे जज्बे के सामने विपरीत परिस्थितियों पर सफलता हासिल की।

हमारी पूरी टीम सुरक्षित है। अब अनीता बेस कैंप की ओर जाएगी वहां से माउंट ल्होत्से के अभियान पर निकलेगी। ल्होत्से की ऊंचाई 8516 मीटर है, जो कि माउंट एवरेस्ट के लगभग समान ही है। अभी नई सफलता के लिए अनीता को करीब एक महीना लगातार संघर्ष करना पड़ेगा। आठ हजार से ज्यादा ऊंचाई की विश्व में 14 ऊंची चोटियां है। अनीता के सहयोगी रमेश ने बताया कि सेवन समित अभियान के बाद अनिता विश्व की आठ हजार से ज्यादा ऊंचाई की चोटियों को फतह करेगी। 14 में से आठ हजार से अधिक ऊंचाई की दो ऊंची चोटियों को अनीता फतेह कर चुकी है तीसरी चोटी की चढ़ाई लहोत्से होगी।

इन चोटियों पर अनीता पा चुकी सफलता

अनीता 12 साल से पर्वतारोहण के साहसिक खेल को खेल रही है। अनीता ने माउंट एवरेस्ट तीन बार, अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी विनसन मासिफ, अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो, यूरोप के सबसे ऊंचे शिखर एल्बर्स, दक्षिण अमेरिका की एकोनकागुआ, ऑस्ट्रेलिया की कार्सटेंस पिरामिड शिखर को भी फतेह किया। उतरी अमेरिका की देनाली पर भी उन्होंने संघर्ष किया। माउंट एवरेस्ट के समान ही माउंट मनास्लू को भी अनीता ने फतेह किया है।

अनीता बताती है की वे साहसिक खेल के माध्यम से अपने देश के यूथ को एक ही संदेश देना चाहती है कि असंभव कुछ भी नहीं होता। अनीता ने कहा की कोरोना वायरस से डरे नहीं बल्कि सावधानी बरते, और खुद को मजबूत रखे। इसमें आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता ही आपकी सबसे बड़ी मित्र है, इसके लिए शारीरिक मेहनत के साथ साथ खान पान का भी ध्यान रखें।

अनीता ने आगे कहा कि हम युवाओं को अपने सपने के लिए कड़ा संघर्ष करना चाहिए। हो सकता है आज परिस्थितियां विपरीत हो पर आपकी मेहनत उन्हे अनुकूल बना लेगी। अनीता कहती है की पर्यावरण से बढ़कर कुछ भी नहीं है, हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए, ताकि ऑक्सीजन की कमी ना हो। सिर्फ सरकार के भरोसे ही नहीं रहना चाहिए, हम सबको भी अपने वातावरण की शुद्धि के लिए काम करना चाहिए। ऑक्सीजन का अपने जीवन में कितना बड़ा महत्व है ये एक पर्वतारोही ही अच्छे से जानता है। जब हम शिखर की तरफ बढ़ते हैं तो हमें ऑक्सीजन की कीमत का पता चलता है। अपने जीवन में साहस का होना अतिआवश्यक है। साहस के बिना हम किसी भी मिशन को कामयाब नहीं बना सकते।

chat bot
आपका साथी