Croton Indoor Plant Benefits: हवा से हानिकारक तत्वों को सोख लेता है रंग बिरंगी पत्तियों वाला क्रोटन

Croton Indoor Plant Benefits ऐसा माना जाता है कि इन्हें बेडरूम में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। क्रोटन के पौधे में हवा को शुद्ध करने की अद्भुत क्षमता होती है और यह हवा में मौजूद हानिकारक तत्वों को सोख लेता है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 09:32 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 03:20 PM (IST)
Croton Indoor Plant Benefits: हवा से हानिकारक तत्वों को सोख लेता है रंग बिरंगी पत्तियों वाला क्रोटन
गर्मियों के मौसम में महीने में एक बार पौधे को लिक्विड फर्टीलाइजर जरूर दें।

गौरव त्रिपाठी, हिसार। Croton Indoor Plant Benefits यूफोरबिएसी परिवार का यह पौधा इनडोर प्लांट के रूप में खासा लोकप्रिय है। क्रोटन की उत्पत्ति मलेशिया से हुई है। इसका वैज्ञानिक नाम कोडियाम है। यह पौधा मलेशिया के अलावा इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और पश्चिमी प्रशांत महासागर के द्वीपों में काफी पाया जाता है। क्रोटन के पौधे की पत्तियां कई रंगों और अलग-अलग आकार की होती हैं। लाल, हरा, पीला विभिन्न मोहक रंगों के कारण यह पौधा बेहद आकर्षक दिखता है। ऐसा माना जाता है कि इन्हें बेडरूम में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। क्रोटन के पौधे में हवा को शुद्ध करने की अद्भुत क्षमता होती है और यह हवा में मौजूद हानिकारक तत्वों को सोख लेता है।

प्रजातियां: क्रोटन की विविधता को निर्धारित करना आसान नहीं है। इसकी पत्तियां उम्र बढ़ने के साथ अपना रंग बदलती हैं। नई पत्तियां मुख्य रूप से पीले व हरे रंग की होती हैं और वयस्क लाल व गुलाबी में बदल जाती हैं। इसकी लोकप्रिय किस्मों में नोर्मा, एप्पल लीफ, औक्यूबिफोलियम, ब्रावो, गोल्ड फिंगर, गोल्ड मून, पेट्रा, जूलियट्टा हैं।

पौधा खरीदने से पहले सावधानी जरूरी: क्रोटन का पौधा बीज से उगाने के अलावा नर्सरी से भी खरीदा जा सकता है। पौधा खरीदने से पहले आपको सावधानी से इसका निरीक्षण जरूर कर लेना चाहिए। कहीं पौधे को स्पाइडर पतंग, स्क्यूट्स और मीलबग ने नुकसान तो नहीं पहुंचा रखा है। यदि आपको पौधे में किसी प्रकार का कीट या रोग लगा दिखे, पत्तियां झड़ रही हों तो उसे न खरीदें। पौधा खरीदने से पहले पत्तियों के नीचे की ओर भी अच्छी तरह से देख लें।

कैसे लगाएं: क्रोटन की टहनी या फिर पत्ती से भी नया पौधा तैयार किया जा सकता है। क्रोटन की पत्तियों को पानी में रखने से उसमें जड़ें आने लगती हैं, लेकिन यह काफी लंबी प्रक्रिया है। इसमें 60 से 80 दिन तक लग सकते हैं। आपको पत्तियों का पानी भी लगातार बदलते रहना होगा। टहनी की कटिंग से पौधा तैयार करना आसान है। मानसून के मौसम में क्रोटन की कटिंग लगाई जा सकती है।

देखभाल के टिप्स क्रोटन के पत्ते जहरीले होते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि पालतू जानवर और छोटे बच्चे पत्तों को गलती से खा न लें। क्रोटन का पौधा सूर्य की सीधी रोशनी में खत्म हो जाता है। इस पौधे नमी भरे वातावरण की आवश्यकता होती है। ज्यादा पानी देने से भी क्रोटन का पौधा पत्तियां छोड़ने लगता है। क्रोटन के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान आदर्श होता है। सर्दियों में इसे ऐसे स्थान पर जहां का तापमान 17 डिग्री सेल्सियस से कम न हो। गर्मियों के मौसम में महीने में एक बार पौधे को लिक्विड फर्टीलाइजर जरूर दें।

chat bot
आपका साथी