राजकीय महिला महाविद्यालय में 18 साल में पहली बार हुआ पूर्व छात्र मिलन समारोह, पंजाबी और हरियाणवी गानों पर परफॉरमेंस से मचा धमाल

जागरण संवाददाता हिसार बाईपास स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में एलुमनी एसोसिएशन ने 18 सालो

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 06:22 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:22 AM (IST)
राजकीय महिला महाविद्यालय में 18 साल में पहली बार हुआ पूर्व छात्र मिलन समारोह, पंजाबी और हरियाणवी गानों पर परफॉरमेंस से मचा धमाल
राजकीय महिला महाविद्यालय में 18 साल में पहली बार हुआ पूर्व छात्र मिलन समारोह, पंजाबी और हरियाणवी गानों पर परफॉरमेंस से मचा धमाल

जागरण संवाददाता, हिसार : बाईपास स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में एलुमनी एसोसिएशन ने 18 सालों में पहली बार पूर्व छात्र मिलन समारोह का आयोजन किया। इस पूर्व छात्र मिलन समारोह में कुल 187 सदस्यों का रजिस्ट्रेशन किया गया। जिसमें 62 शिक्षक और 125 पूर्व छात्राएं शामिल हुई। कार्यक्रम में पिछले कई वर्षों के स्नात्तक और परास्नात्तक छात्राओं ने शिरकत की। इन छात्राओं ने हरियाणवी और पंजाबी लोकगीतों पर मनमोहक प्रस्तुति देते हुए समां बांधा। इन छात्राओं ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से दोबारा कॉलेज से जुड़ने का अवसर मिला है। कहा कि हमें किसी ना किसी रूप में कॉलेज से जुड़े रहना चाहिए और कॉलेज की मदद के लिए तैयार रहना चाहिए। महाविद्यालय की प्राचार्या डा.आशा सहारण के निर्देशन में और डा. विजेंद्र बैनिवाल की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजकीय महाविद्यालय, टोहाना की प्राचार्या सुनील कुंडू और सेवा निवृत्त राजकीय महाविद्यालय, उकलाना की प्राचार्या वीना शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। छात्राओं ने इस अवसर पर अपने खट्टे मीठे अनुभव साझा किए। महाविद्यालय की प्राचार्या ने छात्राओं को इस अवसर पर भविष्य में भी पूर्व छात्र मिलन समारोह के कार्यक्रमों को जारी रखने का वादा किया। मुख्य अतिथि ने छात्राओं को बताया कि जो ज्ञान पुस्तकों से प्राप्त नहीं कर सकते उस ज्ञान को हम आपसी व्यवहार से सीख सकते हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए लोक प्रशासन विभाग के सहायक आचार्य डा. विजेंद्र बेनिवाल ने नई छात्रवृत्ति शुरुआत करने की घोषणा की। अंत में राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राओं ने वृद्धों के प्रति समाज के नकारात्मक के व्यवहार को नाटक के माध्यम से प्रस्तुति दी। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डा. आशा सहारण ,उपप्राचार्य एसएस ढांडा, डा. जगदीप चहल, उपाध्यक्ष डा.भूपेंद्र और प्रवीण कुमारी उपस्थित थे।

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2003 में स्थापना के समय कॉलेज में 100 छात्राएं थी अब 2010 है -

राजकीय महिला महाविद्यालय की स्थापना 2003 में की गई थी। उस समय 100 छात्राओं ने कॉलेज में दाखिला लिया था, जबकि आज महाविद्यालय में 2010 छात्राएं है। महाविद्यालय में बीए, बीए-ज्योग्राफी, बीकॉम, बीएसएसी नॉन मेडिकल और कंप्यूटर साइंस, एमए इंग्लिश, बीएससी मेडिकल है।

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छात्राओं ने कैंटीन, कॉलेज कैंपस में मस्ती और क्लास बंक करने की बातें की सांझा

महाविद्यालय की पूर्व छात्राएं में पंजाब यूनिवर्सिटी से एमए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कर रही शीतल, एसबीआई बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर का काम कर रही करुणा, पंजाब यूनिवर्सिटी से एमएससी मैथ की पढ़ाई कर रही अनु, नेट क्वालीफाई करके यूपीएसएसी की तैयारी कर रही मीनू बूरा, सुनैना ढांडा, डा. चांदकिरण, प्रियंका आदि छात्राओं ने समारोह में उपस्थित होकर अपने पुराने दिनों के किस्से याद करते हुए कहा कि आज बहुत कुछ बदल चुका है। इन छात्राओं ने आपस में मिलकर चाय की चुस्कियां लेते हुए अपने बीते दिनों की यादें ताजा की और कहा कि जो हमारे शिक्षकों ने हमें सिखाया है, उसी से प्रेरणा पाकर हम लगातार आगे बढ़ रहे है। इन छात्राओं ने बताया कि हम कक्षाएं बंक करके खूब मस्ती करती थी, कैंपस में वो एक दूसरे से मस्ती करना, नाराज होना, फिर एक दूसरे को मनाना, अपने शिक्षकों को झूठ बोलकर कक्षाओं में ना आना आदि सभी बातें अब भी याद है।

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लघु नाटिका से दिखाया समाज को आईना

कार्यक्रम में एनएसएस की छात्राओं द्वारा बढ़ते वृद्धाश्रमों की समस्या पर आधारित लघु नाटिका का आयोजन किया। इस लघु नाटिका में दिखाया गया कि बच्चे बड़े होकर अपने मां-बाप को छोड़ देते है। जिससे वृद्धाश्रम बढ़ते जा रहे है। इस लघु नाटिका के जरिये छात्राओं ने संदेश दिया कि अपने मां-बाप की हमेशा सेवा करनी चाहिए।

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