सिरसा में बिना नौकरी करने वालों के खाते में वेतन डालने का लगाया आरोप, एक्सईएन कार्यालय का कर्मचारियों ने किया घेराव

संघ के जिला अध्यक्ष मदनलाल खाथ ने कहा कि डिविजन में कर्मचारियों को बिना वजह हटा दिए गये हैं। इसी के साथ बिना नौकरी करने वालों के खातों में वेतन डाला जा रहा है। ऐसा कर कार्यकारी अभियंता बहुत बड़ा घोटाला कर रहा है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 01:32 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 01:32 PM (IST)
सिरसा में बिना नौकरी करने वालों के खाते में वेतन डालने का लगाया आरोप, एक्सईएन कार्यालय का कर्मचारियों ने किया घेराव
मांगों को लेकर सिरसा में प्रदर्शन करते कर्मचारी

सिरसा, जेएनएन। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता के कार्यालय का कर्मचारियों ने मांगों को लेकर बुधवार को घेराव किया। कार्यालय के बाहर कर्मचारियों ने धूप में बैठकर नारेबाजी कर रोष जता रहे हैं। कर्मचारियों के प्रदर्शन को देखते हुए बाहरी पुलिस बल तैनात किया हुआ है। कर्मचारियों ने जल्द ही हटाए गये कर्मचारियों को वापस लेने व इपीएफ व इसीएसआइ की राशि खाते में डाले जाने की मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

कर्मचारी बोले बनाया जा रहा है दबाव

सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले विभिन्न विभाग के कर्मचारी टाउन पार्क में सुबह 11 बजे एकत्रित हुए। इसके बाद नारेबाजी करते हुए कार्यकारी अभियंता कार्यालय के बाहर पहुंचे। संघ के जिला अध्यक्ष मदनलाल खाथ ने कहा कि डिविजन में कर्मचारियों को बिना वजह हटा दिए गये हैं। इसी के साथ बिना नौकरी करने वालों के खातों में वेतन डाला जा रहा है। ऐसा कर कार्यकारी अभियंता बहुत बड़ा घोटाला कर रहा है। उन्होंने बताया कि आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत कर्मचारियों पर काफी समय से वे अधिकारियों के दबाव में आकर नौकरी कर रहे थे, लेकिन अब नहीं करेंगे। अपने हक के लिए अपनी आवाज को बुलंद करेंगे और किसी प्रकार के जुल्म को सहन नहीं करेंगे।

धरना रहेगा जारी

स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन की जिला प्रधान सुमित्रा ने कहा कि जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी कार्यालय के आगे पांच दिन से धरना दिया गया। मगर अधिकारी धरना स्थल पर नहीं पहुंचे। इसके बाद मजबूरी में घेराव किया गया है। कच्चे कर्मचारियों के प्रति सरकार का रवैया उदासीन है। कर्मचारियों के प्रति इस प्रकार के रवैये को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों के साथ किसी प्रकार की ज्यादती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग के अधिकारी ठेका प्रथा के चलते कर्मचारियों का दिल खोलकर शोषण कर रहे हैं।

ड्यूटी करने के बाद भी कई-कई माह तक वेतन न देकर आर्थिक व मानसिक रूप से कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। सरकार को कई बार अवगत करवाया जा चुका है कि ठेका प्रथा को समाप्त कर कर्मचारियों को विभाग के पे रोल पर लिया जाए। इस अवसर पर जिला सचिव राजेश भाकर, शिव कुमार, जय सिंह, हरिश कुमार, जय सिंह, अमित कुमार, सुरेंद्र सैनी, हेमंत, सुनीता, शकुंतला व बाबूराम मौजूद रहे।

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