आरोप-सुरेश चौधरी ने तंबाकू बेचने वालों पर कार्रवाई न कर करोड़ों का किया भ्रष्टाचार

केमिस्ट की दुकान के लिए लाइसेंस जारी करने के मामले में फिर लगे आरोप

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 08:33 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 08:33 AM (IST)
आरोप-सुरेश चौधरी ने तंबाकू बेचने वालों पर कार्रवाई न कर करोड़ों का किया भ्रष्टाचार
आरोप-सुरेश चौधरी ने तंबाकू बेचने वालों पर कार्रवाई न कर करोड़ों का किया भ्रष्टाचार

फोटो - 12

जागरण संवाददाता, हिसार: केमिस्ट की दुकान के लिए लाइसेंस जारी करने के मामले में 40 हजार रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में फरार फंसे ड्रग कंट्रोल अधिकारी सुरेश चौधरी ने सरकार के आदेशों को दरकिनार कर गुटखा, पान मसाला और तंबाकू बेचने वालों पर कार्रवाई न कर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया है। यह आरोप रविवार को 'जवाब दो-हिसाब दो' एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव सरदाना ने लगाए। उन्होनें प्रैस वार्ता में कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तबादला नीति के अनुसार ड्रग कंट्रोल अधिकारी या सीनियर ड्रग कंट्रोल अधिकारी दो वर्ष से ज्यादा पदस्थ नहीं रह सकते। राजीव सरदाना ने कहा कि लेकिन यह दोनों अधिकारी 2017 से अब तक हिसार में हीं कार्यरत रहे हैं। राजीव सरदाना ने कहा कि कैंपर बेचने वालों और आइसक्रीम, कोल्डड्रिक, फल-सब्जी बेचने वाले इन्हें सही रखने के लिए लिक्विड नाइट्रोजन का इस्तेमाल करते है। लेकिन इन पर ड्रग अधिकारी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि मार्केट में नकली कास्मेटिक प्रोडक्ट्स बेचे जा रहे हैं। आरोप है कि 99 फीसद दुकानदारों के पास लाइसेंस नहीं हैं। लेकिन इसके बावजूद ड्रग अधिकारियों ने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि शहर में कई लैब और ब्लड बैंकों में क्वालीफाइड स्टाफ ही नहीं है। इसके अलाव मार्केट में नकली जैनरिक दवाएं बेची जाती हैं। लेकिन ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने रिश्वत लेने के कारण कार्रवाई नहीं की। गौरतलब है कि सुरेश चौधरी छह अगस्त से रिश्वत मामले में फरार है। छह अगस्त को सुरेश चौधरी का चपरासी और ड्राइवर केमिस्ट की दुकान के लिए लाइसेंस बनाने के नाम पर 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए थे। लेकिन सुरेश चौधरी की इस मामले में अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। विजिलेंस टीम कई बार सुरेश चौधरी की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे चुकी है।

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