पुलिस ने जाट कालेज के छात्र को दी थर्ड डिग्री, हालत बनी नाजुक

आरोप है कि पुलिस ने छात्र को टॉर्चर किया है। छात्र को चिंताजनक हालत होने पर सिविल अस्पताल से रेफर किया गया। पुलिस ने प्रवीण पर हमला करने के मामले में छात्र को हिरासत में लिया था

By manoj kumarEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 04:22 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 10:58 AM (IST)
पुलिस ने जाट कालेज के छात्र को दी थर्ड डिग्री, हालत बनी नाजुक
पुलिस ने जाट कालेज के छात्र को दी थर्ड डिग्री, हालत बनी नाजुक

हिसार, जेएनएन। अर्बन एस्टेट चौकी पुलिस ने जाट कालेज के छात्र एवं जींद के गांव जाजनवाला निवासी सूर्या को टॉर्चर किया। जिससे उसकी हालत चिंताजनक बन गई। उसके बाद पुलिस कर्मियों ने घायल छात्र को राजगढ रोड के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया। फिर परिजन छात्र को सिविल अस्पताल में ले गए। जहां से उसे अग्रोहा मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।पुलिस अधिकारी मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।

डिफेंस कालोनी निवासी सुनील कुमार ने बताया कि जाजनवाला का सूर्या हमारा रिश्तेदार है। वह जाट कालेज में एमएससी प्रथम वर्ष का छात्र है। वह बुधवार सुबह जाट कालेज में पेपर देने आया तो अर्बन एस्टेट चौकी प्रभारी जयपाल मेहरा की टीम उसे हिरासत में लेकर साथ ले गई। उसके बाद हमें शाम को किसी ने बताया कि पुलिस कर्मी सूर्या को बेहोशी की हालत में एक निजी अस्पताल में दाखिल करा गए। सुनील ने बताया कि हम पहुंचे तो सूर्या बेहोश था और उसके शरीर पर चोट के निशान मिले।

वह कुछ बोल नहीं सका। इस संबंध में अर्बन एस्टेट चौकी प्रभारी जयपाल मेहरा का पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो स्विच आफ मिला। सिविल लाइन एसएचओ नरेंद्र पाल का मोबाइल नंबर मिलाने पर काल रिसीव करने वाले ने खुद को एएसआइ दिनेश कुमार बताते हुए पुलिस के टॉर्चर करने पर किसी छात्र के घायल होने की जानकारी हमें नहीं है।

यह है मामला

जाट धर्मशाला के पास कुछ युवकों ने 5 नवंबर को तेज धारदार हथियारों से वार कर बुडाना के प्रवीण को घायल कर दिया था। उसके सिर पर चोट लगी थी। सिविल लाइन थाना पुलिस ने इस संबंध में सूर्या और अन्य पर केस दर्ज किया था।

दो दिन पहले भी लगा था पुलिस पर आरोप

सिविल लाइन एरिया की पीएलए चौकी के स्टाफ पर सोमवार को पटेल नगर के अमन को थर्ड डिग्री देने का आरोप लगा था। पटेल नगर के रोहित ने कहा था कि पुलिस ने उसके भाई अमन को कार का शीशा क्षतिग्रस्त करने के आरोप में गिरफ्तार गिरफ्तार किया था। दो दिन बाद उसकी जमान मंजूर हुई तो उसने आपबीती बताई थी। बाद में उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया।

चौकी प्रभारी जगदीश कुमार का कहना था कि आरोपित अमन को कार का शीला क्षतिग्रस्त करने और नकदी चुराने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल भेजने से हुई मेडिकल जांच में उसे कोई चोट नहीं लगी मिली थी। उसके आरोप निराधार हैं।

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