Insufficiency of Water: राजस्थान में नहरी पानी की कमी पर अलर्ट जारी, कम पानी में पकने वाली फसलों बिजाई करें किसान

राजस्थान में नहरी पानी की कमी के अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते किसानों से आग्रह किया है कि खेतों में वहीं फसल लगाए जो कम पानी में पक जाती हैा रबी फसल चक्र के दौरान गत वर्षों की तुलना में सिंचाई के लिये पानी कम चाहिए होगा।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 09:58 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 09:58 AM (IST)
Insufficiency of Water: राजस्थान में नहरी पानी की कमी पर अलर्ट जारी, कम पानी में पकने वाली फसलों बिजाई करें किसान
राजस्थान में नहरी पानी की कमी पर अलर्ट जारी

सिरसा/डबवाली, जागरण संवाददाता। सिरसा में सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता रेगुलेशन भगवाना राम बिश्नोई ने बताया कि इस वर्ष परियोजनावार प्राप्त होने वाली पानी मात्रा गत वर्ष की अपेक्षा सिद्धमुख नहर परियोजना में 12.80 फीसद, भाखड़ा नहर परियोजना में 19.16 फीसद, इन्दिरा गांधी नहर परियोजना में 29.50 फीसद कम है। अत: वर्ष 2021-22 के रबी फसल चक्र के दौरान गत वर्षों की तुलना में सिंचाई के लिये पानी की उपलब्धता कम होगी।

इन्दिरा गांधी नहर परियोजना राज्यों के इन जिलों में करेगी पानी की कमी पूरी

इन्दिरा गांधी नहर परियोजना जो कि राज्य के 10 जिलों को पेयजल के लिये पानी उपलब्ध कराती है। पेयजल की आपूर्ति को कम किया जाना संभव नहीं है, ऐसी स्थिति में इन्दिरा गाधी नहर परियोजना में अप्रत्यक्ष रूप से सिंचाई के लिये पानी की मात्रा गत वर्ष की तुलना में 50 फीसद कम रहेगी। लिहाजा पानी की कमी को देखते हुए कृषकों से अपील की जाती है कि वे कम पानी में पकने फसलों की ही बिजाई करें।

गौरतलब है कि वर्ष 2021-22 की रबी फसल के लिये भाखडा ब्यास प्रबंधन प्रन्यास की तकनीकी समिति की दिनांक 20 सितम्बर को सम्पन्न बैठक में सिद्धमुख नहर परियोजना को 79000 क्यूसेक डेज, भाखडा नहर परियोजना को 154000 क्यूसेक डेज एवं इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के लिये 939000 क्यूसेक डेज पानी दिया जाना निर्धारित किया गया है। हनुमानगढ़ जिले में सिंचाई के लिये जल तीन परियोजनाओं भाखडा, सिद्धमुख एवं इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के माध्यम से प्राप्त होता है। इन तीनों ही परियोजनाओं को जल अंतरराज्यीय संधियों के अनुसार रावी व्यास नदी के अधिशेष पानी एवं सतुलज नदी के पानी से हिस्से के अनुरूप प्राप्त होता है। अंतरराज्यीय पानी के शेयर का निर्धारण प्रति वर्ष पोंग बांध, भाखडा बांध एवं रणजीत सागर बांध में पानी की उपलब्धता के अनुसार भाखडा ब्यास प्रबंधन प्रन्यास की तकनीकी समिति की बैठक में किया जाता है।

chat bot
आपका साथी