बहादुरगढ़ में आंदोलन स्थल पर बनाई किसान हवेली, इतनी आकर्षक कि नजरें नहीं हटा पाएंगे
पंजाब के मोगा के घोलिया के किसानों ने यह हवेली बनाई है। पेड़-पौधों व आकर्षक फूलों के गमलों से सजावट की गई है। तंबुओं तक जाने का रास्ता भी रोड़ी डालकर पक्का किया है। यह दूर से ही काफी आकर्षक लग रहा है।
हिसार/बहादुरगढ़, जेएनएन। बहादुरगढ़ बाईपास पर नए बस स्टैंड के पास पंजाब के मोगा जिले के गांव घोलिया खुर्द की ओर से किसान हवेली बनाई गई है। इस किसान हवेली में किसानों की ओर से हर रोज नए-नए डिजाइन के साथ नई-नई सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। सबसे पहले यहां पर सड़क की ग्रीन बेल्ट में सुंदर पार्क बनाया गया था। इसके बाद यहां पर कैंपिंग टेंट लगाया गया। धीरे-धीरे यहां पर पेड़-पौधे लगाए गए।
पहाड़ों की तरह बनाईं सीढ़ीनुमा क्यारियां
किसान हवेली में जाने के लिए सीढ़ियां बनाई गईं और इसके दोनों ओर आकर्षक फूलों के पौधे लगाए गए हैं। साथ ही सड़क के बरम पर पहाड़ों की तर्ज पर सीढ़ीनुमा क्यारी बनाकर यहां पर सजावटी पौधे लगाए गए हैं। अब हवेली में बनाए गए तंबुओं में जाने के लिए रोड़ी से पक्का रास्ता भी बना दिया गया है। यह दूर से ही काफी आकर्षक लग रहा है। इस हवेली को देखकर दूर से ही यहां से गुजरने वाले लोगों की नजरें काफी देर तक इस पर टिकीं रहती हैं।
आंदोलन की शुरुआत से ही चल रहा लंगर
घोलिया खुर्द की ओर से सड़क पर लंगर लगाया गया है। यह लंगर आंदोलन के शुभारंभ से ही चल रहा है। इसके बाद गांव के किसानों ने यहां पर किसान हवेली बनाई। धीरे-धीरे यहां पर रहने के लिए प्रबंध किए गए। करीब 200 से ज्यादा किसानों के यहां पर ठहरने का प्रबंध किया गया है। घोलिया खुर्द के किसानों ने बताया कि हमें सफाई शुरू से ही पसंद है। हम जहां भी रहते हैं वहीं पर सफाई व स्वच्छ वातावरण में रहना पसंद करते हैं। हमने इस स्थान को किसान हवेली का नाम इसीलिए रखा है ताकि हम अपनी पुरानी परंपरा को भी याद रख सकें।