किसान आंदोलन : बधावड़ गांव ने लौटाया डीप्‍टी सीएम दुष्‍यंत चौटाला द्वारा दिया गया पानी का टैंकर

रविवार को पंचायत में सर्वसम्मति से जिला उपायुक्त हिसार के नाम एक पत्र लिखा गया। जिसमें डिप्टी सीएम द्वारा दी गई वाटर टैंकर की भेंट को अस्वीकार कर दिया गया। समस्त ग्रामीणों की ओर से लिखे गए इस पत्र में कहा गया कि वो टैंकर नहीं लेंगे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 01:52 PM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 01:52 PM (IST)
किसान आंदोलन : बधावड़ गांव ने लौटाया डीप्‍टी सीएम दुष्‍यंत चौटाला द्वारा दिया गया पानी का टैंकर
दुष्‍यंत चौटाला द्वारा पंचायत को दिए गए वाटर टैंकर को लौटाने जाते बधावड़ गांव के लोग

हिसार/बरवाला, जेएनएन। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा बधावड़ में भेजे गए पानी के टैंकर को अस्‍वीकार कर दिया है। सोमवार को ग्रामीण और महिलाएं टैंकर लौटाने के लिए हिसार पहुंचे। इस दौरान अन्‍य आंदोलनकारी भी पहुंच गए। कृषि कानूनों के विरोध में नारेबाजी भी की। हिसार उपायुक्‍त को पानी का टैंकर वापस लौटाने के लिए पहुंचे थे।

इससे पहले रविवार को पंचायत में सर्वसम्मति से जिला उपायुक्त हिसार के नाम एक पत्र लिखा गया। जिसमें डिप्टी सीएम द्वारा दी गई वाटर टैंकर की भेंट को अस्वीकार कर दिया गया। समस्त ग्रामीणों की ओर से लिखे गए इस पत्र में कहा गया है कि पंचायत ने यह सामूहिक फैसला लिया है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में वह डिप्टी सीएम द्वारा दी गई भेंट को अस्वीकार करते हैं और जिला उपायुक्त के माध्यम से ही वह इसे वापस लौटाते हैं। ग्रामीणों ने सरकार से यह भी अपील की की खेती को उजाडऩे वाले तीनों कानूनों को वापस लिया जाए तथा एमएसपी गारंटी का कानून बनाया जाए।

इस पंचायत की अध्यक्षता मास्टर मान सिंह ने की तथा पंचायत में रामफल बूरा, मास्टर मानसिंह, सुनील सिवाच, सतपाल सिंह, जितेंद्र बूरा, नफे सिंह, जोगिंदर सिंह सहित अनेक वक्ताओं ने विचार रखे। इस दौरान यह भी प्रस्ताव लाया गया कि जब तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती तब तक गांव में भाजपा और जननायक जनता पार्टी के किसी भी नेता को ना बुलाया जाए। आज की पंचायत में कुछ लोगों ने वाटर टैंकर को गांव में ही रखने का मुद्दा भी उठाया। परंतु ग्रामीणों ने यह मुद्दा उठाने वालों को भी मनाकर साथ ले लिया और सर्वसम्मति से पंचायत में उपरोक्त निर्णय लिया गया। यहां गौरतलब है कि पानी के टैंकर के मुद्दे को लेकर गांव में दो गुट बन गए थे तथा एक दिन पूर्व इस मामले को लेकर अच्छा खासा हंगामा भी हुआ था। बरवाला में टैंकर पर लिखे गए गांव के नाम पर रंग भी पोत दिया गया था। जिन लोगों ने कल टैंकर को अपने कब्जे में ले लिया था आज उनसे टैंकर वापिस दोबारा पंचायत के हवाले किया गया तथा अब यह टैंकर गांव में ही पंचायत की निगरानी में खड़ा किया गया है।

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