हिसार के डा. रमेश पूनिया के हस्तक्षेप के बाद निजी अस्पताल ने दो मामलों में पीड़ितों को लौटाए पांच लाख रुपये

डा. रमेश पूनिया के हस्तक्षेप के बाद ओवरचार्जिंग के दो मामलों में पीड़ितो को करीब पांच लाख रुपए लौटाए गए हैं। गौरतलब है कि डा. रमेश पूनिया पहले भी ऐसे पांच मामलों में पीड़ितों को निजी अस्पतालों से रुपए वापस करवा चुके हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 12:26 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 12:26 PM (IST)
हिसार के डा. रमेश पूनिया के हस्तक्षेप के बाद निजी अस्पताल ने दो मामलों में पीड़ितों को लौटाए पांच लाख रुपये
निजी अस्‍पातालों में ज्‍यादा रुपये लेने पर वापस लौटाने के मामलों में डॉ; रमेश पूनिया मददगार साबित हो रहे हैं

जागरण संवाददाता, हिसार। सिविल अस्पताल से जीव वैज्ञानिक डा. रमेश पूनिया के हस्तक्षेप के बाद ओवरचार्जिंग के दो मामलों में पीड़ितो को करीब पांच लाख रुपए लौटाए गए हैं। गौरतलब है कि डा. रमेश पूनिया पहले भी ऐसे पांच मामलों में पीड़ितों को निजी अस्पतालों से रुपए वापस करवा चुके हैं। ताजा मामले में जींद जिले के बिरौली निवासी परमवीर ने डा. रमेश पूनिया को शिकायत दी। शिकायत में बताया था कि उनके जीजा पवन कुमार कोविड संक्रमित हुए थे।

तबीयत खराब होने पर उन्हें 22 अप्रैल को शहर के निजी अस्पताल में एडमिट करवाया था। वहां से 15 मई को जीजा पवन को डिस्चार्ज किया गया था, लेकिन अस्पताल स्टाफ ने उनसे 23 दिनों के लिए दवाई, टेस्ट और अन्य खर्चों के नाम पर 10 लाख रुपए का बिल थमा दिया। उन्हें वह बिल अधिक लगा, अखबारों में छपी खबरों के माध्यम से उन्हें पता लगा कि रमेश पूनिया ने अन्य लोगों के पैसे निजी अस्पतालों से दिलवाए हैं। इसलिए डा. रमेश पूनिया को शिकायत दी। परमवीर ने बताया कि डा. रमेश पूनिया के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल की तरफ से उन्हें चार लाख रुपए चेक के माध्यम से वापस किए है।

वहीं एक अन्य मामले में ढडेरी निवासी भूपेंद्र मलिक ने डाक्टर रमेश पूनिया को शिकायत दी है। शिकायत में बताया कि उनकी माता सावित्री देवी को संक्रमित होने पर दो मई को निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया और 13 मई को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इन 12 दिनों में दवाई और टेस्ट सहित अन्य खर्चों को मिलाकर करीब चार लाख रुपए अस्पताल स्टाफ ने लिए। यह खर्चा सरकारी रेट से अधिक था। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पता लगा कि डा. रमेश पूनिया अन्य लोगों के रुपए दिलवा चुके हैं। उन्होंने उनसे मामले की शिकायत की, जिसके बाद निजी अस्पताल ने उन्हें 96715 रुपए चेक के माध्यम से लौटाए है।

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