उपायुक्त से मिला आदमपुर गांव का प्रतिनिधिमंडल, प्रस्तावित नगरपालिका में शामिल ना करने की मांग
संवाद सहयोगी मंडी आदमपुर सरकार द्वारा आदमपुर को बनाई जा रही नगरपालिका में गांव आदम
संवाद सहयोगी, मंडी आदमपुर : सरकार द्वारा आदमपुर को बनाई जा रही नगरपालिका में गांव आदमपुर को शामिल करने में वहां के लोगों ने आपत्ति जताई है। इस मामले में ग्रमाीणों ने नगरपालिका में गांव आदमपुर को शामिल ना करने की मांग को लेकर उपायुक्त से मिले। उपायुक्त को ग्रामीणों ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमारी आने वाली पीढिय़ों के लिए पंचायत भूमि व गोचरण भूमि छोड़ी थी उस पर हमारे गांव के अलावा अन्य क्षेत्र के लोगों का भी कब्जा होगा हो जाएगा जो हमारे साथ न्याय नहीं है। जिन गांवों के रकबों को जोड़कर नगरपालिका बनाए जाने का प्रस्ताव है वहां पर ज्यादातर लोग घनी आबादी में न रहकर एक बहुत बड़े क्षेत्र में खेतों में ढाणियां बनाकर रहते हैं जिससे अगर नगर पालिका बनती है तो उसका क्षेत्र विस्तृत हो जाएगा और आबादी लगभग 50,000 लोगों की होगी जिससे इतने बड़े क्षेत्र के विकास की कोई संभावना नहीं होगी। गांव आदमपुर के अधिकतर लोग खेतीबाड़ी पर निर्भर है और पशुपालन मुख्य सहायक व्यवसाय है अन्य गैर कृषि व्यवसाय नाममात्र ही है जो कि शहरीकरण से इन पर कुप्रभाव पड़ेगा। ग्रामीण क्षेत्र में नगरपालिका बनने से अनेकों तरह के टैक्स जैसे कि गृह कर, फायर टैक्स, विकास शुल्क, संपत्ति कर आदि लागू हो जाएंगे और कोई भी कार्य करने से पहले कई प्रकार के अनापत्ति प्रमाण पत्र आदि लेने पड़ेंगे। इस मौके पर पूर्व सरपंच कृष्ण सेठी भाम्भू, पंचायत समिति सदस्य नरषोत्तम बिश्नोई, वीरसिंह राड़, कैलाश चंद्र ज्याणी सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।