आवासीय राशि पास करवाने के नाम पर 2 पार्षदों पर लगाया 50 हजार की रिश्वत का आरोप

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र आवेदकों के आवेदन और आवासीय राशि पास करवाने के नाम पर नगरपालिका के दो पार्षदों पर 50 हजार रुपये बतौर नजराना मांगे जाने का आरोप लगाया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 10:39 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 10:39 AM (IST)
आवासीय राशि पास करवाने के नाम पर 2 पार्षदों पर लगाया 50 हजार की रिश्वत का आरोप
आवासीय राशि पास करवाने के नाम पर 2 पार्षदों पर लगाया 50 हजार की रिश्वत का आरोप

संवाद सहयोगी, उकलाना मंडी : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र आवेदकों के आवेदन और आवासीय राशि पास करवाने के नाम पर नगरपालिका के दो पार्षदों पर 50 हजार रुपये बतौर नजराना मांगे जाने का आरोप लगाया गया है। इसके चलते सोमवार को आवास योजना के तहत बनाए जाने वाले आवास के लिए कुछ पात्र आवेदकों ने नगरपालिका कार्यालय का घेराव किया और पार्षदों के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कई महिलाएं भी मौजूद रहीं और उनमें पार्षदों के खिलाफ रोष साफ तौर पर दिखाई दे रहा था।

वहीं, इस दौरान वार्ड 11 के एक निवासी सुनील ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो आवास बनाने के लिए धनराशि दी जानी है, उसके लिए पात्र लोगों को अनदेखा किया जा रहा है। जिन लोगों के पास पहले से ही पक्के मकान मौजूद हैं, उनसे नजराना लेकर उनके आवेदन पास किए गए हैं। यही नहीं आवेदन पास करवाने के नाम पर वार्ड 11 के पार्षद प्रतिनिधि और उनके पुत्र, वार्ड 12 के पार्षद कथित तौर पर 50 हजार रुपये बतौर नजराना मांगते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों के पास आवासीय सुविधा पहले से ही थी, उनसे भी दोनों पार्षद रुपये ले चुके हैं। हालांकि जिन लोगों की इन्होंने आवासीय राशि पास करवाई है वह ना तो इसके लिए पात्र थे और न ही उन्हें इसकी जरूरत थी। लेकिन जब उन्होंने उन जरूरतमंद पात्र आवेदकों से भी 50 हजार रुपये बतौर रिश्वत मांगे तो कुछ लोगों ने एकजुट होकर इसका पुरजोर विरोध किया और नगरपालिका कार्यालय का घेराव कर पार्षदों के खिलाफ नारेबाजी की।

प्रदर्शन के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि उपरोक्त पार्षद नजराना दो किस्तों लेते हैं। पहले 20 हजार तो दूसरी किस्त में 30 हजार रुपये मांगते हैं। पात्र आवेदकों ने नगरपालिका सचिव के नाम एक ज्ञापन कार्यालय के कर्मचारी को सौंपा और इस पूरे मामले में निष्पक्ष रूप से पात्र लोगों को आवासीय योजना की राशि दिलवाने की गुहार लगाई। वहीं,इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।

इस मौके पर मिक्षा देवी, रेशमा, बिमला देवी, रोशनी देवी, पतासो, दर्शना, बलजीत, कमला देवी, कैलाशो, निर्मला, गीता, फूलपति, शांति देवी, कमलेश आदि अनेक महिलाएं मौजूद थीं। मेरे खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र: समीर

वार्ड 12 के पार्षद समीर इंदौरा ने इस मामले में कहा कि यह सारा मामला राजनीतिक षड्यंत्र है क्योंकि नगरपालिका के चुनाव नजदीक हैं। उन पर लगाया गया आरोप झूठा है। सरकार इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाकर और तथ्य मिलने पर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करवा सकती है। वहीं, वार्ड 11 के पार्षद प्रतिनिधि घनश्याम से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन बंद होने की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया। जब नगरपालिका के सचिव से संपर्क साधने की कोशिश की गई तो उनका नंबर भी बंद होने की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

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