1.85 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोपित गिरफ्तार

हिसार कंपनी में रुपये निवेश करवाकर दोगुने रुपये करने का लालच देकर 1.85 करोड़ ठगने वाले को पुलिस ने काबू कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 08:55 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 08:55 AM (IST)
1.85 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोपित गिरफ्तार
1.85 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोपित गिरफ्तार

जासं, हिसार: कंपनी में रुपये निवेश करवाकर दोगुने रुपये करने का लालच देकर 1.85 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने आरोपित मनोज को गिरफ्तारी के बाद शनिवार को अदालत में पेश किया, जहां से उसे चार दिन के रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस ने आरोपित से पूछताछ की है, जिसमें उसने जयपुर से रिकवरी करवाने की बात है। वहीं पुलिस ने मामले में इस मामले से जुड़े अन्य आरोपितों के बारे भी पूछताछ की है। गौरतलब है कि आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। आजाद नगर थाना पुलिस ने 31 मार्च को करणकुंज निवासी सुरेंद्र की शिकायत पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। पुलिस को दी शिकायत में सुरेंद्र ने बताया कि सितंबर 2019 को केआरईजी लाइफ प्राइवेट लिमिटेड व आरसी डोमेस्टिक लाइफ प्रा.लि. चिटफंड कंपनी में मेंबर बनाकर आईडी लगवाने के बताने आरोपित ने अपने साथियों के साथ मिलकर उससे और अन्य से कुल 1.85 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी।

ऑनलाइन ठगी कर 15 हजार रुपये ठगने वाला गुरुगाम निवासी आरोपित गिरफ्तार

हिसार: हांसी के रामपुरा निवासी धर्मबीर से 15 हजार रुपये की साइबर ठगी करने के आरोपित गुरुग्राम की नई बस्ती निवासी प्रमोद देवगन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को शनिवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया है। गौरतलब कि 10 जून को हांसी के रामपुरा निवासी धर्मबीर ने साइबर क्राइम थाना में शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि 20 अप्रैल को वह गूगल पर धनी लोन की साइट पर ऑनलाइन चेक कर रहा था। उसने उज्जीवन कैपिटल साइट पर लोन के लिए क्लिक किया तो वहां एक फोन नंबर मिला। उस नंबर पर फोन किया तो उसे फोन उठाने वाले शख्स ने कहा कि उनका एजेंट उसे फोन करेगा। धर्मबीर ने बताया था कि 20 मिनट बाद उसके पास एक फोन आया और उससे लोन लेने के बारे मे पूछा। धर्मबीर ने बताया कि उस शख्स ने उससे कागजात मांगे। जो उसने भेज दिए। इसके बाद उससे 2500 रुपये प्रोसेसिग फीस मांगी और 2.5 फीसद की दर से जीएसटी की राशि 12500 रुपये डालने के लिए कहा। आरोपित ने कहा कि यह राशि लोन राशि के साथ वापस कर दी जाएगी। धर्मबीर ने यह राशि आरोपित को ऑनलाइन भेज दी। धर्मबीर ने बताया कि इसके बाद 18680 रुपये डालने के लिए बोला। लेकिन उसने मना कर दिया। उसे शक हुआ तो उसने पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज किया था।

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