अभय चौटाला बोले- चौ. देवीलाल व चौ. ओपी चौटाला की तरह मेरे लिए भी सर्वोपरि जनता हित के मुद्दे
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जो तीन कृषि कानून लागू किए हैं वे किसानों को बर्बाद करने वाले हैं। जैसे किसानों के मसीहा चौधरी देवीलाल और इनेलो सुप्रीमो चौ. ओमप्रकाश चौटाला के लिए किसान और आमजन प्राथमिकता थे वैसे मुझे भी हैं
सिरसा, जेएनएन। केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मंगलवार को किसान जनजागरण अभियान के अपने अंतिम दिन अपने हलके के गांव उमेदपुरा, मेहनाखेड़ा, चिलकनी, भूर्टवाला, पोहडक़ां, कुमथला, मूसली, ममेरा बड़ी, ममेरा छोटी, लखजी की ढाणी सहित विभिन्न गांवों में ग्रामीणों के बीच पहुंचे।
गांवों में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जो तीन कृषि कानून लागू किए हैं वे किसानों को पूरी तरह से बर्बाद करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि जैसे किसानों के मसीहा चौधरी देवीलाल और इनेलो सुप्रीमो चौ. ओमप्रकाश चौटाला के लिए किसान और आमजन प्राथमिकता थे, ठीक वैसे ही उनके लिए भी प्रदेश की जनता और हरियाणा के हित प्राथमिक हैं और इसका जीता जागता उदाहरण उन द्वारा हरियाणा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उनके लिए किसानों के हितों से बढ़ कर कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला व बिजली मंत्री रणजीत सिंह किसानों के हितों को तिलांजलि देते हुए सत्ता के लालच में प्रदेशवासियों के हितों को भाजपा के हाथों गिरवी रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी इस नीति को प्रदेश की जनता खूब समझ रही है और भविष्य में प्रदेशवासी और किसान उन पर कतई भरोसा नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप जड़ा कि भाजपा दोनों हाथों से लूट खसोट कर रही है जिसका खामियाजा उसे भुगतना होगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लगे लॉकडाउन में किसी को बीड़ी व तंबाकू तो नहीं मिला मगर शराब जमकर मिली। इनेलो नेता ने कहा कि किसानों को तीन कृषि बिलों का जमकर विरोध करना चाहिए क्योंकि इस कानून के तहत बड़ी बड़ी कंपनियों द्वारा उनकी जमीन पर कांटे्रक्ट फार्मिंग के माध्यम से काश्त करेंगी और संभवत: पैसा देने के नाम पर वे विदेश ही भाग जाएं।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उनके इस्तीफा देने के बाद अब प्रदेश सरकार में खलबली है और अब जजपा के भी अनेक विधायक अपने पदों से इस्तीफा देने देने की योजना बना रहे हैं। इस मौके पर पूर्व मंत्री भागीराम, डा. विनोद गोदारा, अजय झोरड़, विनोद बैनीवाल, अशोक ब्यूटी, महेंद्र बाना, संदीप चोयल, सुभाष हंजीरा, जयसिंह गोरा, मीनू शर्मा, सतबीर सिहाग, होशियार सिंह खोड मौजूद थे।