सिरसा में अभय चौटाला बोले- किसानों को गेहूं की पेमेंट नहीं मिली तो मंडियों के लगा देगें ताले
अभय चौटाला ने कहा मंडियों में अव्यवस्था का आलम है। किसान दुखी है। किसानों को पेमेंट नहीं मिलने से अगली फसल बिजाई करने में दिक्कतें आ रही है। उन्होंने कहा मंडियों में 50 किलो के बैग में एक किलो ज्यादा गेहूं भरकर लूटने का कार्य किया जा रहा है।
सिरसा, जेएनएन। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकार 1 अप्रैल से गेहूं शुरू करवाने के दावे किए गये। इसी के साथ 48 घंटे में किसानों के खाते में पेमेंट डालने की बात कहीं गई। मंडियों में जल्द ही उठान व किसानों को जल्द पेमेंट नहीं मिली तो प्रदेश भर की मंडियों के इनेलो ताले लगाने का कार्य करेगी। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला सिरसा अनाज मंडी में दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने मंडी में आढ़तियों व किसानों से बातचीत कर खरीद कार्य में हो रही परेशानी के बारे में पूछा।
प्रदेश का किसान दुखी है
उन्होंने कहा कि मंडियों में आज अव्यवस्था का आलम है। इससे प्रदेश का किसान दुखी है। किसानों को पेमेंट नहीं मिलने से अगली फसल बिजाई करने में दिक्कतें आ रही है। उन्होंने कहा मंडियों में 50 किलो के बैग में एक किलो ज्यादा गेहूं भरकर लूटने का कार्य किया जा रहा है। सरकारी चाहती है कि किसानों की मंडियों में गेहूं न बिके। इसके बाद अबानी अडानी को बेचने में मजबूर हो जाए। उन्होंने कहा कि किसान खेत में कार्य कर रहा है या तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर बार्डर पर बैठे है।
पहले किसानों को कभी आंतकवादी तो कभी चाइना के बताए गये। अब सरकार को पता चल गया है कि असली किसान है जो धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री कोरोना के नाम मानवता के लिए आंदोलन वापस लेने की मांग कर रही है। जबकि दूसरी तरफ भाजपा रैली का आयोजन कर रही है। फिर कोरोना फैला कौन रहा है।
दिग्विजय को बनाना चाहते हैं मंत्री
उन्होंने कहा कि भाजपा व जजपा में बगावत है। मंत्री पद के वादे कर विधायकों को रोका हुआ है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भाजपा अध्यक्ष जेपी नडडा से मिला। वह दिग्विजय को मंत्री बनवाने के लिए मिला न किसी मंत्रीमंडल विस्तार करने को। दिग्विजय को मंत्री बनाने के बाद ऐलनाबाद विधानसभा चुनाव में उतारने चाहते है। ऐसा भी करके देख लें। अब सबको पता चल चुका है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है। यह जनता के बीच आने का रास्ता तालाश रहे हैं। अगर पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की नीतियां पर चलने की बात कहते है तो पहले सरकार से समर्थन वापस लें।