टिकरी बॉर्डर के लिए सिरसा के भावदीन टोल प्लाजा से किसानों का काफिला रवाना, बोले- कानून होंगे वापस

भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंद्र सिंह व हरियाणा किसान एकता डबवाली के प्रधान गुरप्रेम सिंह और एसपी मसीतां के नेतृत्व में किसान खुईयां टोल प्लाजा डबवाली से होते हुए भावदीन टोल प्लाजा एकत्रित हुए। इसके बाद किसानों ने नारेबाजी कर रोष जताया।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 04:43 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 04:43 PM (IST)
टिकरी बॉर्डर के लिए सिरसा के भावदीन टोल प्लाजा से किसानों का काफिला रवाना, बोले- कानून होंगे वापस
सिरसा से किसानों का जत्‍था रवाना हुआ और कृषि कानूनों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की

सिरसा, जेएनएन। सिरसा के भावदीन टोल प्लाजा से कृषि कानूनों के विरोध में किसान वाहनों का काफिला लेकर टिकरी बॉर्डर के लिए रवाना हुए। भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंद्र सिंह व हरियाणा किसान एकता डबवाली के प्रधान गुरप्रेम सिंह और एसपी मसीतां के नेतृत्व में किसान खुईयां टोल प्लाजा डबवाली से होते हुए भावदीन टोल प्लाजा एकत्रित हुए। इसके बाद किसानों ने नारेबाजी कर रोष जताया।

किसानों ने मुंह तोड़ दिया है जवाब

लखविंद्र सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने कृषि कानून लागू कर किसानों के लिए डेथ वॉरेंट जारी कर दिया था लेकिन किसानों ने इसका ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया। इसी का नतीजा है कि अभी भी किसान दिल्ली के बोर्डरों पर डटे हैं और हज़ारो वाहन में सवार हज़ारों किसान टिकरी बॉर्डर के लिए रवाना हुए हैं। यह सरकार को सीधे तौर पर चेतावनी है कि जब तक कानून वापसी नहीं, किसानों की घर वापिसी नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा व जजपा नेताओं के कार्यक्रमों का विरोध किया जा रहा है। अब नेता किसी भी जगह जाने से कतरा रहे हैं। किसान भविष्य में भी ऐसे ही विरोध करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने किसानों से झूठ बोल कर वोट लिए। अब सता में आने के बाद किसानों को भूल गये है।

कानून वापस लेने होंगे

किसान नेता एसपी मसीतां ने कहा कि सरकार को हर हाल में यह कानून वापिस लेने होंगे क्योंकि यह किसानों के हित में नहीं हैं। किसानों को कमजोर समझने की भूल सरकार कतई न करे और किसानों की एकजुटता इस बात का सीधे तौर पर प्रमाण हैं कि सरकार को हर हाल में झुकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि किसान एकजुट होकर ऐसे ही विरोध करते रहे। भारतीय किसान एकता बीकेई और हरियाणा किसान एकता डबवाली ने इस वाहन काफिले को सफल बनाने के लिए सिरसा जिला में प्रत्येक गांव-गांव में प्रचार किया था।

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