हिसार में रिटायर्ड प्रिंसिपल को ज्‍यादा ब्याज का लालच देकर करवा लिए 35 लाख जमा, अब दे रहे तारीख पर तारीख

हिसार पुलिस को दी शिकायत में जगमन्दर ने आरोप लगाया कि दी पूनिया सहकारी एनएटी समिति लिमिटेड हिसार के प्रधान बलवान सिंह भादू व सचिव शेर सिंह पूनिया ने उसे ब्याज का लालच देकर रुपयों की धोखाधड़ी की है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 01:10 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 01:10 PM (IST)
हिसार में रिटायर्ड प्रिंसिपल को ज्‍यादा ब्याज का लालच देकर करवा लिए 35 लाख जमा, अब दे रहे तारीख पर तारीख
हिसार में एक शिक्षक से लाखों रुपयों की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है

जागरण संवाददाता, हिसार: एचएयू कैंपस स्कूल से रिटायर्ड प्रिंसिपल जगमन्दर सिंह ने हिसार मंडल आइजी को धोखाखड़ी बारे शिकायत दी है। जिसके बाद आजाद नगर थाना मेें केस दर्ज किया गया है। पुलिस को दी शिकायत में जगमन्दर ने आरोप लगाया कि 'दी पूनिया सहकारी एनएटी समिति लिमिटेड हिसार के प्रधान बलवान सिंह भादू व सचिव शेर सिंह पूनिया ने उसे ब्याज का लालच देकर रुपयों की धोखाधड़ी की है। पीड़ित ने बताया कि उसने तहसील रोड फतेहाबाद पर उसकी पत्नी के नाम का एक प्लाट बेचा था। उपरोक्त दोनों ठगों का उसके घर आना-जाना था। आरोपितों ने झूठ बोल कर और ज्यादा ब्याज का लालच देकर उसका सारा पैसा जो मकान बेचने पर मिला था।

वह पैसा सोसाइटी में इस आश्वासन पर जमा करवा लिया की उसका पैसा सुरक्षित है और जब भी मांगेंगे लौटा दिया जाएगा। पीड़ित ने बताया कि उसने उसकी जमापूंजी 9,34,370 रुपये 13 मई 2017 को आठ फीसद वार्षिक ब्याज दर पर जमा करवाया। वहीं उसकी पत्नी दर्शना की पांच लाख रुपये की फिक्स डिपोजिट 13 मई 2017 को 12 फीसद वार्षिक ब्याज दर पर करवाई। वहीं उसके बेटे विकास की 10 लाख रुपये की एफडी भी 13 मई 2017 को 12 फीसद वार्षिक ब्याज दर पर और दूसरे बेटे नवीन की 10 लाख रुपये की एफडी भी उसी दिन 12 फीसद वार्षिक ब्याज दर पर एक साल के लिए करवाई। पीड़ित ने बताया कि यह रुपये जमा करवाने पर एक साल बीतने पर अपनी रकम मांगी तो वे उसे आगे की तारीख देने लगे। करीब पांच-छह बार तारीख देकर टरकाया। पीड़ित ने बताया कि जब उसने जोर देकर कहा तो आरोपितों ने रकम लाैटाने से साफ मना कर दिया और कहा कि अब उनके पास इतना पैसा आ गया है कि इससे हर विभाग को जहां भी शिकायत करोगे काबू कर लेगें, लेकिन उनका कुछ नही बिगाड़ सकते।

पीड़ित का आरोप है कि ये लोग पहले भी कई लोगों को ठग चुके थे। इनकी शिकायत 21 सितंबर 2020 को आइजी कार्यालय की आर्थिक अपराध शाखा में सबूतों की मूल प्रतियों के साथ की, लेकिन बार-बार प्रार्थना के बावजूद उसकी एफआइआर दर्ज नही की गई। इसके बाद मामले की शिकायत 18 फरवरी 2021 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की, लेकिन कुछ नही हुआ। इसके बाद 16 मार्च 2021 को वह स्वयं डीआइजी से मिला, लेकिन यहां भी उसकी प्रार्थना स्वीकार नहीं की गई। पीड़ित ने आरोप लगाया कि शहीद भगत सिंह सेवार्थ ट्रस्ट के नाम से एक कॉलेज आरोपितों ने उनके पैसों से खरीदी गई 55 कनाल भूमि पर बनाया है।

पीड़ित ने बताया कि पुलिस अधीक्षक गंगा राम पूनिया के समय इन ठगों की धरपकड़ हुई तथा कालेज की प्रापर्टी को अटैच भी करवाया। जिससे उनकाे पैसा मिलने कि उम्मीद बन गई थी, लेकिन उनके तबादले के बाद गिरफ्तारियां रुक गई, कालेज की प्रापर्टी डिटेच कर दी गई और उसकी एफआइआर दर्ज नही की गई। उसके रुपये कि एंट्री सोसाइटी के रिकार्ड में भी नही की गई है। ठग्ग उनकी शिकायतों को दबाने और निरस्त करवाने में लगे हुए है। पुलिस ने शिकायत पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओ में केस दर्ज है।

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