हिसार को वायरलेस सिटी बनाने के लिए खर्च होंगे 350 करोड़ रुपये

स्मार्ट सिटी गुरुग्राम के अधिकारियों के पास फाइल भेज कर अनुमानित खर्च लिया। मुख्यमंत्री से विधायक डा. कमल गुप्ता ने की बातचीत।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sat, 29 Feb 2020 01:47 PM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 01:47 PM (IST)
हिसार को वायरलेस सिटी बनाने के लिए खर्च होंगे 350 करोड़ रुपये
हिसार को वायरलेस सिटी बनाने के लिए खर्च होंगे 350 करोड़ रुपये

अमित धवन, हिसार: हिसार को वायरलेस सिटी बनाने की तरफ एक कदम बढ़ा है। शहर में बिछी बिजली की तारों, खंभों को हटाने और नई तार बिछाने पर 350 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह पूरा अनुमानित खर्च गुरुग्राम में काम कर रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने दिया है। इस प्रोजेक्ट को विधायक डा. कमल गुप्ता ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल के समक्ष भी रखा है।

गुजरात और जयपुर की तर्ज पर हिसार को वायरलेस सिटी बनाने के लिए पिछले दिनों विधायक ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों के समक्ष प्रपोजल रखकर अनुमानित खर्च जांचने के आदेश दिए थे। इस पर बिजली निगम ने गुरुग्राम स्मार्ट सिटी को वह प्रपोजल भेज दिया। उनकी तरफ से भेजे गए किलोमीटर के हिसाब से 350 करोड़ अनुमानित खर्च बताया गया। अधिकारियों के समक्ष वापस फाइल आने के बाद अभी आगे कदम नहीं बढ़े है।

मुख्यमंत्री के समक्ष रखी बात

हिसार को वायरलेस सिटी बनाने के लिए बनाए प्रपोजल को मुख्यमंत्री के समक्ष विधायक डा. कमल गुप्ता ने रखा। डा. गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनसे बातचीत में आने वाले समय पंचकूला और हिसार को वायरलेस बनाने पर विचार करने की बात कही। उन्होंने बताया कि अभी उस पर आगे बातचीत करनी है।

यह होगा फायदा

बारिश, आंधी, पेड़ गिरने व अन्य किसी प्रकार की घटना होने पर तारें टूट जाती है। इससे काफी क्षेत्र में बिजली को सुचारू करने के लिए घंटों लग जाते हैं। अंडरग्राउंड वायर होने से बिजली कट का संकट खत्म हो जाएगा। किसी प्रकार की घटना होने पर बिजली कट नहीं लगेगा।

तारों का बिछा है जाल

शहर में जगह-जगह तारों का जाल बिछा हुआ है। बिजली के खंभों पर अनेक तारें है। काफी जगह हालात यह हैं कि तारें इतनी नीचे हैं कि लोगों के हाथ तक चले जाते हैं। सूर्य नगर, शिव कालोनी सहित मिल गेट क्षेत्र में तो तारों को सही करने के लिए नगर निगम हाउस की बैठक में मुद्दा उठ चुका है। वहीं घरों के ऊपर व साथ से निकल रही तारों से हादसे का डर बना रहता है। काफी बार हादसे भी हुए हैं।

वायरलेस प्रोजेक्ट के लिए मेरे पास फाइल आई थी। एक अनुमानित खर्च विभाग को बताया दिया गया है।

- विनिता सिंह, चीफ इंजीनियर, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, गुरुग्राम।

इस प्रोजेक्ट पर 350 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल से भी बातचीत हुई थी।

- डा. कमल गुप्ता, विधायक।

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