ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई को सरकार ने दिए 2.47 करोड़ रुपये
जागरण संवाददाता हिसार प्रदेश सरकार द्वारा पिछले वर्ष नवंबर माह में ओलावृष्टि से जिले में
जागरण संवाददाता, हिसार : प्रदेश सरकार द्वारा पिछले वर्ष नवंबर माह में ओलावृष्टि से जिले में खराब हुई खरीफ फसलों के लिए मुआवजा राशि स्वीकृत की है। उपायुक्त डा प्रियंका सोनी ने बताया कि सरकार द्वारा जिले के किसानों के लिए दो करोड़ 47 लाख 23 हजार रुपये की राशि स्वीकृत करते हुए एक बड़ी राहत दी है। यह राशि संबंधित किसानों के खातों में सीधे हस्तातंरित की जाएगी। पिछले कुछ समय से किसान इस मुआवजे को समय से दिलाने की मांग भी कर रहे थे। इस बाबत प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर सरकार से मुआवजा देने में देरी न करने को भी कहा था। अब मुआवजा आने से किसानों में खुशी है।
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कपास में भी हुआ था नुकसान
इससे पहले कपास में भी किसानों को सफेद मक्खी के आ जाने से नुकसान हुआ था। इसके बाद किसान मुआवजे की मांग को लेकर सड़कों तक पर उतर आए। ऐसे में सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने गिरदावरी कराई। जिसमें सफेद मक्खी के कारण 245 करोड़ रुपये का नुकसान होना पाया गया था। यह धनराशि सरकार को किसानों के मुआवजे के रूप में भेजी गई है। गिरावरी करने गई राजस्व विभाग की टीम को ऐसे कई गांव मिले जहां कपास की शत फीसद फसल तबाह हो गई।
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सबसे अधिक नुकसान हिसार उपमंडल में हुआ था
राजस्व विभाग की गिरदावरी रिपोर्ट की मानें तो नौ ब्लॉकों में सबसे अधिक नुकसान हिसार उपमंडल में हुआ था। इसमें बालसमंद के गांवों में 79 फीसद तक नुकसान मिला है। अब इस रिपोर्ट को शासन को भेज दिया गया था। दरअसल सफेद मक्खी के कारण हर साल कपास की फसल तबाह हो रही है। 2019 में काफी हद तक किसान इस प्रकोप से बचे रहे थे मगर 2020 में फिर से यह प्रकोप दिखा।
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अत्यधिक वर्षा से हुए नुकसान की भरपाई को मिला 34.79 करोड़
वर्ष 2019 में खरीफ के सीजन में अत्यधिक बारिश के कारण जलभराव हो गया था। जिससे किसानों की कई फसलें पानी में डूब गईं थी। इसके लिए गिरदावरी कर रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। अब राजस्व विभाग के पास यह मुआवजा आ चुका है। इसी साल सरकार से 34.79 करोड़ रुपये का मुआवजा जारी हुआ था।