मंडी फुल-व्यवस्था फेल : हिसार में 23 हजार किसानों लेकर आए 43 हजार मीट्रिक टन गेहूं, उठान धीमा

मौसम खराब होने और बारिश आने से 90 मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं भीगा है। इस पर अधिकारियों ने समीक्षा रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है। मंगलवार को जिला की मंडियों में 5 हजार 22 गेट पास काटे गए। 23 हजार 135 किसान अपनी फसल लेकर मंडियों में पहुंचे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 04:52 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 04:52 PM (IST)
मंडी फुल-व्यवस्था फेल : हिसार में 23 हजार किसानों लेकर आए 43 हजार मीट्रिक टन गेहूं, उठान धीमा
मार्केट कमेटी अधिकारियों ने चलाया तोल का जांच अभियान, नहीं मिली अनियमितता

हिसार, जेएनएन। हिसार जिला की मंडियों में मंगलवार को 43 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं पहुंचा। इनमें से 36 हजार 155 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद भी कर ली गई। लेकिन अभी तक उठान का काम धीमा है और इस कारण मंडियों में परेशानियों का सामना किसानों काे करना पड़ रहा है। मंडी में तोल में गड़बड़ी पकड़ने के लिए अधिकारियों ने जांच अभियान भी चलाया। जिला की मंडियों में 171 जगह जांच की गई। हालांकि अनियमिताएं सामने नहीं आई।

मौसम खराब होने और बारिश आने से 90 मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं भीगा है। इस पर अधिकारियों ने समीक्षा रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है। मंगलवार को जिला की मंडियों में 5 हजार 22 गेट पास काटे गए। 23 हजार 135 किसान अपनी फसल लेकर मंडियों में पहुंचे। इनमें 12 हजार 634 किसान ऐसे थे जो शैड्यूल अनुसार मंडियों में आए जबकि 10 हजार 501 किसान बिना शैड्यूल के ही मंडियों में आ गए।

इन किसानों को भी मंडी अधिकारियों ने निराश नहीं किया और एंट्री देकर गेट पास जारी कर दिए। एक दिन में 43 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा की आवक हुई। 36 हजार 155 मीट्रिक टन की खरीद भी की गई। 4 लाख, 71 हजार गेहूं के बैग भी भर दिए गए। मंडियों में पड़े 4 लाख 5 हजार 930 बैग का उठान भी करवा दिया गया। अब भी जिला की मंडियों में 13 लाख 96 हजार 588 गेहूं के बैग पड़े हैं, जिनका उठान नहीं हो पाया है।

तोल में गड़बड़ी पकड़ने के लिए चलाया अभियान : डीएमई

मार्केट कमेटी अधिकारियों ने औचक जांच अभियान भी चलाया है। इस दौरान तोल को लेकर जांच की गई कि कहीं तोल के काम में लापरवाही ना बरती जा रही हो। जिला भर में 171 जगह जांच अभियान चलाया। अब तक ये अभियान 1800 जगह चलाया जा चुका है। हालांकि अभी तक लापरवाही नहीं मिली है।

- साहब राम, डीएमई, मार्केट कमेटी, हिसार।

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