युवा महोत्सव के दूसरे दिन दिखे कला और संस्कृति के कई आयाम

बृहस्पतिवार को महाविद्यालय का प्रांगण कला संस्कृति रचनात्मकता नवाचार साहित्य और नई सोच का गवाह बना। स्टेज-एक पर वन एक्ट प्ले मिमिक्री रीति-रिवाज और संस्कृति नाटक का मंचन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:29 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:37 PM (IST)
युवा महोत्सव के दूसरे दिन दिखे कला और संस्कृति के कई आयाम
युवा महोत्सव के दूसरे दिन दिखे कला और संस्कृति के कई आयाम

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुरुग्राम विश्वविद्यालय के तीन दिवसीय युवा महोत्सव 'शंखनाद-2021' के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में कला और संस्कृति के चटख रंगों की बरसात हुई। पहले दिन की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बाद विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा और कला के माध्यम से दर्शकों को दूसरे दिन भी मंत्रमुग्ध कर दिया। कहीं अभिनय शैली से, तो कहीं पर संस्कृत भाषा पर जबरदस्त पकड़ और संवाद से दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। हरियाणवी आर्केस्ट्रा और लोकगीतों के सुर-ताल और उसमें समाई क्षेत्रीय शैली की भीनी सुगंध माहौल को खुशनुमा बना रही थी। जहां एक ओर रंगोली के रंग कई तरह के जागरूकता और सांस्कृतिक महत्व का संदेश दे रहे थे, वहीं हिदी अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता में विद्यार्थी विषय के प्रति गहरी समझ और आत्मविश्वास का परिचय दे रहे थे।

बृहस्पतिवार को महाविद्यालय का प्रांगण कला, संस्कृति, रचनात्मकता, नवाचार, साहित्य और नई सोच का गवाह बना। स्टेज-एक पर वन एक्ट प्ले, मिमिक्री, रीति-रिवाज और संस्कृति नाटक का मंचन हुआ। स्टेज-दो पर पाश्चात्य समूह गान, पाश्चात्य एकल गान, हरियाणवी आर्केस्ट्रा, हरियाणवी लोक गीत, लोक गीत (सामान्य) का मंचन हुआ। स्टेज-तीन पर संस्कृति श्लोकोच्चारण, संस्कृत डेक्लेमेशन, हिदी और अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिताएं हुईं। स्टेज-चार पर कोलाज, रंगोली और बेस्ट आउट आफ वेस्ट में विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया। इस युवा महोत्सव में गुरुग्राम और नूंह के 20 महाविद्यालयों के लगभग 15 सौ विद्यार्थी विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में हिस्सा ले रहे हैं। आयोजन के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मार्कंडे आहूजा वहां मौजूद रहे। मार्कंडे आहूजा ने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा अपनी शिक्षा, संस्कृति व संस्कारों के लिए पूरे देश में जाना जाता है। उन्होंने आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि अनुशासन सफलता को सुनिश्चित करती है।

इस मौके पर द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डा. विरेंद्र सिंह अंतिल ने कुलपति का स्वागत पौधा भेंटकर किया। दूसरी पारी में बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कालेज अनुशासन और आयोजन को देखते हुए बधाई दी और कहा कि यह महाविद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी, प्राध्यापक और प्राचार्य के योगदान से संभव हो सका है।

कार्यक्रम के प्रोफेसर लीलमणि गौड़, विद्यार्थी कल्याण के डीन डा. नीलम वशिष्ठ, इसकी निदेशक डा. फलक खन्ना, डा. अमन वशिष्ठ, कला संकाय के डीन प्रो. राकेश योगी, डा. विजय मेहता, डा. रेणु चौधरी, डा. हवा सिंह, जनार्दन शर्मा सहित बड़ी संख्या में प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

आज होगा समापन

शुक्रवार को युवा महोत्सव के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर पटौदी के विधायक सत्य प्रकाश जरावता उपस्थित रहेंगे। इस दौरान स्टेज-एक पर हरियाणवी समूह नृत्य और एकल लोकनृत्य की प्रतियोगिताएं होंगी। स्टेज-दो पर हरियाणवी समूह गान की प्रतियोगिता और कव्वाली के सुर गूंजेंगे।

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