चार महीने बाद पकड़ में आया हत्या का मुख्य आरोपित
पैसे के लेन-देन को लेकर हत्या की वारदात को अंजाम देने का मुख्य आरोपित गांव ताजनगर निवासी बिरेंद्र उर्फ कालू चार महीने बाद क्राइम ब्रांच फरुखनगर की टीम की पकड़ में आया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पैसे के लेन-देन को लेकर हत्या की वारदात को अंजाम देने का मुख्य आरोपित गांव ताजनगर निवासी बिरेंद्र उर्फ कालू चार महीने बाद क्राइम ब्रांच फरुखनगर की टीम की पकड़ में आया। उसे रविवार शाम रेवाड़ी इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसके ऊपर 10 हजार रुपये का इनाम था। उसके कब्जे से एक पिस्तौल एवं चार कारतूस बरामद किए गए हैं। वारदात की साजिश रचने के आरोप में पहले ही अनीता, बिजेंद्र एवं मनेंद्र गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
इसी साल, 18 मई को गांव ताजनगर स्थित बाबा मनसा आश्रम के नजदीक स्थानीय निवासी रविद्र एवं उनके दोस्त गांव जोनियावास निवासी यशपाल के ऊपर बिरेंद्र उर्फ कालू ने गोलियां चलाईं थीं। इससे यशपाल की मौत हो गई थी। फरुखनगर थाने में दर्ज एफआइआर के मुताबिक बिरेंद्र उर्फ कालू एवं रविद्र मिलकर प्रापर्टी का कारोबार करते थे। रविद्र का आरोप है कि बिरेंद्र ने लगभग 50 लाख रुपये का धोखा कर लिया। बार-बार पैसे मारने पर उसने हत्या करने की साजिश रची। बिरेंद्र एवं रविद्र पहले दोस्त थे। दोनों गांव के सरपंच महेंद्र की हत्या के मामले में आरोपित थे। बाद में दोनों बरी हो गए थे।
मामले की पैरवी करने पर 15 लाख रुपये खर्च हुए थे। इसकी आधी राशि भी बिरेंद्र को देनी थी। इस पैसे को लेकर भी दोनों के बीच कई बार झगड़ा हुआ था। सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल ने बताया कि लेन-देन को लेकर ही आरोपित ने वारदात को अंजाम दिया था। आरोपित को सोमवार दोपहर अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर लिया गया है।