नारी शक्ति का सम्मान किया जाना चाहिए: प्रो. गणेशीलाल

ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने कहा महिलाओं के साथ अपराध करने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। हमारी संस्कृति सिखाती है कि नारी शक्ति को सम्मान दिया जाना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 05:27 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 06:05 PM (IST)
नारी शक्ति का सम्मान किया जाना चाहिए: प्रो. गणेशीलाल
नारी शक्ति का सम्मान किया जाना चाहिए: प्रो. गणेशीलाल

संवाद सहयोगी, पटौदी: ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने कहा महिलाओं के साथ अपराध करने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। हमारी संस्कृति सिखाती है कि नारी शक्ति को सम्मान दिया जाना चाहिए। दुशासन ने द्रौपदी का अपमान किया था। उसका भी बदला लिया गया था। उन्होंने कहा कि बेटियां जन्म नहीं लेतीं, अपितु अवतरित होती हैं। नारी शक्ति प्रारंभ से ही सबल रही है तथा असुरों ने जब भी बल व घमंड दिया देवी अवतार ने ही उन्हें मारा है।

राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल मंगलवार देर शाम ओम शांति रिट्रीट सेंटर भोडाकलां में 'महिलाएं समाज परिवर्तन का आधार' मुहिम की शुरुआत करने आए थे। उन्होंने उम्मीद जताई कि ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा प्रारंभ किया जा रहा यह अभियान समाज में नई चेतना लाने में सहायक सिद्ध होगा। समारोह में शांति एवं खुशी के लिए आध्यात्मिक अंतदर्ृष्टि विषय पर व्याख्यान देते हुए प्रो. गणेशी लाल ने कहा कि वास्तव में आत्मदर्शन का परिणाम शांति एवं खुशी है। खुद को पहचानने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने कहा इस संसार का सबसे भंयकर रोग खुद का न जानना है।

इस अवसर पर बीके बृजमोहन ने कहा कि काम, क्रोध, लोभ, मोह तथा अहंकार हमारे सबसे बड़े शत्रु हैं तथा खुद को आत्मा के स्थान पर शरीर समझना हमारी सबसे बड़ी भूल है। उन्होंने कहा कि राजयोग से ही हम इन विकारों से दूर रह सकते हैं। केंद्र की महिला विग की अध्यक्षा बीके चक्रधारी ने कहा कि आज जिस प्रकार महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं उन पर महिलाओं को सशक्त एवं जागरूक कर ही उन पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा प्रारंभ किया जा रहा यह जागरुकता अभियान एक वर्ष तक जारी रहेगा तथा केंद्र पूरे देश में यह अभियान चलाएगा। इस अवसर पर बीके आशा, बीके बिदु तथा बीके सरिता ने भी अपने विचार रखे।

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