खोदाई में पेयजल लाइन काट दी, सड़क बन गई नहर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नगर निगम के अधिकारियों की उदासीनता व ठेकेदारों की मनमानी से

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 May 2018 07:16 PM (IST) Updated:Wed, 02 May 2018 07:16 PM (IST)
खोदाई में पेयजल लाइन काट दी, सड़क बन गई नहर
खोदाई में पेयजल लाइन काट दी, सड़क बन गई नहर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नगर निगम के अधिकारियों की उदासीनता व ठेकेदारों की मनमानी से सेक्टर सात, सेक्टर सात एक्सटेंशन, हाउ¨सग बोर्ड कालोनी के लोग कई दिनों से बूंद-बूंद पानी के लिए तड़प रहे हैं। सड़क मरम्मत के लिए हो रही खोदाई से आए दिन सड़क के बगल से गुजर रही पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। जिसके चलते सेक्टर व कालोनियों के लोगों को कई दिनों तक पेयजल संकट से जूझना पड़ता है। तीन माह में नौ बार क्षतिग्रस्त हुई पेयजल लाइन बुधवार की रात सड़क की खोदाई करते हुए फिर टूट गई, जिसके चलते लाखों लीटर पानी बहकर सड़क पर भर गया।

सुबह दो किलोमीटर लंबी सड़क नहर की तरह दिखाई दे रही थी। लोग पैदल नहीं निकल पा रहे थे। स्कूली बच्चे स्कूल समय से नहीं पहुंच पाए। कई वाहन सड़क में फंस गए। स्कूल बस सेक्टर तक आने के बजाय मुख्य रोड से ही लौट गई। दोपहर तक लोगों को परेशानी उठानी पड़ी हालांकि शाम को क्षतिग्रस्त लाइन को ठीक कर दिया गया। लोगों का कहना है कि पहले सड़क नहीं बनने से धूल से परेशान थे। तीन माह से सीवर लाइन बिछाने के लिए सड़क खोदी गई। अब पुरानी सड़क के स्लैब को तोड़ नया रूप देने के लिए खोदाई की जा रही है। ठेकेदार ने गिनती के मजदूर लगा रखे हैं जिससे दस दिन के काम में महीने लग रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों को फोन करने पर जवाब मिलता है ऐसे ही काम होगा।

पहले धूल के गुबार से परेशान थे, अब सड़क की खोदाई से परेशान हैं। सड़क से गुजरना पहाड़ पर चढ़ने से आसान है। मेरा मुख्यमंत्री से निवेदन है कि एक बाहर यहां आकर देखें।

- मनोज आहूजा, निवासी, सेक्टर सात रोड सुबह स्कूल जाने के लिए निकला हूं, बस भी नहीं आ रही कैसे स्कूल जा पाउंगा बस इसी बात से परेशान हूं।

- देवेज (छात्र), निवासी, हाउ¨सग बोर्ड कालोनी आए दिन सड़क की खोदाई हो रही है। पेयजल सड़क पर बहता है घर में पानी नहीं आता है। अधिकारी व ठेकेदार सुनने को तैयार नहीं हैं। सब अपनी मर्जी से करा रहे हैं।

- अमित, निवासी हाउ¨सग बोर्ड कालोनी रोजाना पानी संकट रहता है। जब भी पूछो पंप आपरेटर यही कहता है कि सड़क खोदाई करते वक्त पाइप टूट गया है। मेरी समझ में यह नहीं आता कि इस नियम को क्यों नहीं अपनाया जाता कि जब सड़क की खोदाई हो तो पेयजल लाइन देखने वाला कर्मचारी मैप के साथ वहां पर खड़ा रहे, जिससे पाइप बची रहें।

- विनोद निवासी सेक्टर सात एक्सटेंशन यहां पर कई माह से काम चल रहा है। चार माह में तो हाईवे बनने लगे हैं दो किलोमीटर सड़क नहीं बनी। गर्मी में पानी बर्बाद होता और लोगों को टैंकर मंगाने पड़ रहे हैं।

लोकेश आहूजा, अध्यक्ष आरडब्ल्यूए सेक्टर सात एक्सटेंशन।

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