आबादी के आधार पर होगी गुरुग्राम नगर निगम की वार्डबंदी

वार्डबंदी की प्रक्रिया शुरू करने के बारे में नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:11 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:11 PM (IST)
आबादी के आधार पर होगी गुरुग्राम नगर निगम की वार्डबंदी
आबादी के आधार पर होगी गुरुग्राम नगर निगम की वार्डबंदी

जागरण संवादददाता, गुरुग्राम: नगर निगम गुरुग्राम की वार्डबंदी आबादी के आधार पर होगी। वार्डबंदी की प्रक्रिया शुरू करने के बारे में नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि हरियाणा नगर निगम अधिनियम-1994 के तहत वार्डबंदी के लिए सर्वे का कार्य शुरू किया जाए। यह सर्वे नगर निगम गुरुग्राम की सीमा में वास्तविक जनसंख्या के आधार पर की जाएगी।

निगमायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि सर्वे के लिए एजेंसी को काम सौंपने की प्रक्रिया शुरू की जाए। सर्वे में जातिगत आंकड़े, ब्लाक व मैप आदि का कार्य शामिल है। एजेंसी डोर-टू-डोर जाकर सर्वे करेगी और इस कार्य की पर्याप्त निगरानी की जाए। उन्होंने कहा कि सर्वे का यह कार्य मार्च 2022 तक पूरा कर लें, ताकि अप्रैल 2022 में सरकार को सर्वे रिपोर्ट भेजी जा सके।

निगम क्षेत्र में 16 नए गांव भी हो चुके हैं शामिल

दिसंबर 2020 में गुरुग्राम नगर निगम में बजघेड़ा, मोहम्मदहेड़ी, दौलताबाद, धनकोट, उल्लावास, बहरामपुर,भोंडसी, कादरपुर, बाबुपुर, धर्मपुर, खेड़की माजरा, पलड़ा, नंगली उमरपुर, धुमसपुर, नया गांव और मैदावास को शामिल किया जा चुका है। इससे गुरुग्राम निगम का दायरा बढ़ चुका है और इन पंचायतों के निगम के अधीन आ जाने से यह क्षेत्र वार्डों में बंटेगा और निगम चुनाव करवाए जाएंगे। वार्डबंदी को लेकर हुई बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त रोहताश बिश्नोई, संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) हरिओम अत्री, मुख्य नगर योजनाकार मधुस्मिता मोईत्रा, वरिष्ठ नगर योजनाकार संजीव मान, उप निगमायुक्त डा. विजयपाल यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मानेसर निगम को भी है वार्डबंदी का इंतजार

दिसंबर 2020 में ही 29 गांवों को शामिल कर मानेसर नगर निगम का गठन किया गया था। लेकिन दस माह बीतने के बाद भी यहां पर वार्डबंदी की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। पूर्व सरपंच वार्डबंदी कर जल्द निगम चुनाव करवाने की मांग कर रहे हैं ताकि क्षेत्र में विकास कार्य तेजी से करवाए जा सकें। हालात ये है कि मानेसर निगम में पर्याप्त कर्मचारियों और अधिकारियों की नियुक्ति नहीं होने से कामकाज प्रभावित हो रहे हैं।

chat bot
आपका साथी