नगर निगम में शामिल होने से गांवों का होगा विकास
सोहना खंड की पांच पंचायतें गुरुग्राम नगर निगम में शामिल कर दी गई हैं। नगर निगम में शामिल होने के बाद गांवों की राजनीति में निश्चित तौर पर बदलाव नजर आएंगे।
सतीश राघव, सोहना
सोहना खंड की पांच पंचायतें गुरुग्राम नगर निगम में शामिल कर दी गई हैं। नगर निगम में शामिल होने के बाद गांवों की राजनीति में निश्चित तौर पर बदलाव नजर आएंगे। प्रदेश की साधनसंपन्न पंचायत व वीरों की धरा भोंडसी गांव नगर निगम में शामिल कर दिए जाने से आम जन खुश है। ग्रामीणों को गांव के विकास की नई उम्मीद जगी है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव का सही मायने में विकास अब होगा। इससे गांव का शहरीकरण होगा। गांव में फैले भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी लेकिन सरपंच की चौधराहट की ललक पाले कुछ लोगों को भोंडसी गांव को नगर निगम में शामिल किए जाना रास नहीं आ रहा है। उनका कहना है कि गांव में लोगों पर टैक्स का बोझ बढ़ जाएगा। निगम अधिकारियों की इजाजत के बिना कोई मकान नहीं बना सकेगा।
बता दें कि गांव भोंडसी प्रदेश की सबसे साधन संपन्न पंचायत में शुमार रही है। ग्राम पंचायत के बैंक खाते में पहले 75 करोड़ रुपये जमा थे। भोंडसी पंचायत से जुड़ा नया गांव की पंचायत अलग होने के बाद 24 करोड़ रुपये यहां की पंचायत को भेजे गए हैं। ग्राम पंचायत का भ्रष्टाचार व विवादों से रहा है नाता
गांव भोंडसी का पिछले 15 वर्षों से कार्यकाल विवादित रहा। सबसे अमीर व शिक्षित पंचायत होने के बाद भी यहां भ्रष्टाचार पनपा। कई सरपंच भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भी गए। वर्तमान में सरपंच पर भी भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं जिससे ग्राम पंचायत भोंडसी की चौधर करने वाले चौधरी से अब भी विवाद से पीछा नही छूटा है। मौजूदा महिला सरपंच पर भी कई जांच लंबित हैं। सोहना खंड में होंगी 33 पंचायतें
सोहना खंड की पांच ग्राम पंचायतों को गुरुग्राम नगर निगम में शामिल कर दिया गया है। अब खंड में 33 पंचायतें शेष रह गई हैं। इससे पहले 38 पंचायते थीं। ऐसी पंचायतों को निगम में समावेशित किए जाने के बाद दोबारा ड्रा निकाले जाने की संभावना है जिसमें पंचायतें आरक्षित की जाएगी। गुरुग्राम नगर निगम में खंड के छह गांवों शामिल किया गया। इनमें पांच पंचायतें भोंडसी उल्लावास, बहरामपुर कादरपुर नया गांव धुमसपुर शामिल हैं।
पांच पंचायतें सोहना खंड की गुरुग्राम नगर निगम में शामिल कर दी गई हैं। जो गांव नगर निगम में शामिल किए गए हैं उनका रिकार्ड व प्रापर्टी को जल्द निगम में समावेशित कर दिया जाएगा। इसके लिए ग्राम सचिवों को निर्देश दे दिए गए हैं।
- बीडीपीओ प्रमेंद्र सिंह