साइबर सुरक्षा को लेकर हर स्तर पर सतर्कता जरूरी
मानेसर स्थित हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) सभागार में बृहस्पतिवार को साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : मानेसर स्थित हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) सभागार में बृहस्पतिवार को साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता मंडलायुक्त राजीव रंजन ने की। इसमें सरकारी विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मंडलायुक्त ने साइबर सुरक्षा के संबंध में विशेष जानकारी सभी के साथ साझा की। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा को लेकर हर स्तर पर सतर्कता अत्यधिक जरूरी है। इंटरनेट मीडिया में निजी जानकारियों को साझा करना हानिकारक हो सकता है।
जागरूकता कार्यक्रम के दौरान साइबर क्राइम से बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में अपराधी आनलाइन फ्राड के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में सभी को इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों का शिकार बनने से बचने के लिए सतर्क होना होगा। ई-मेल आइडी, हैकिग, वेबसाइट हैकिग, साइबर स्टाकिग, साइबर डिफेमेशन, साइबर बुलिग, आनलाइन बैंकिग फ्राड, डाटा चोरी करने, डेबिट-क्रेडिट कार्ड क्लोनिग, मोबाइल से संबंधित क्राइम, ई-कामर्स फ्राड सहित कई अन्य तरह के साइबर क्राइम व इससे बचाव के बारे में सभी को कार्यक्रम में विस्तार से बताय गया। आनलाइन फ्राड के कई डेमो भी प्रदर्शित किए गए। इसमें दर्शाया गया कि किस प्रकार अपराधी झांसा देकर साइबर क्राइम की घटना को अंजाम देते हैं। साइबर क्राइम से बचाव संबंधी उपायों के बारे में मंडलायुक्त ने बताया कि व्यक्ति को सदैव डिवाइस में सिस्टम अपडेट के आप्शन को आन रखना चाहिए। इसके अलावा सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाला वेब ब्राउजर अपने आप ही सिक्योरिटी अपडेट करें। हमें कंप्यूटर में सदैव एंटी वायरस का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि पासवर्ड में टू-फैक्टर या मल्टी-फैक्टर वेरीफिकेशन रखना चाहिए।
व्यक्ति को फ्री के वाई-फाई का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए। इससे व्यक्ति का फोन हैक हो सकता है और उसका महत्वपूर्ण डाटा चोरी हो सकता है। डेबिट कार्ड भी हमेशा चिप वाला ही इस्तेमाल करें। उन्होंने कार्यक्रम में यूपीआइ कोड स्कैम, फ्राड काल्स, कार्ड क्लोनिग के बारे में भी जानकारी दी गई। मंडलायुक्त ने बताया कि कई बार अपराधी व्यक्ति को लालच देकर उन्हें अपने चंगुल में फंसा लेते हैं। ऐसे अपराधियों द्वारा लाटरी निकलने का भी झांसा दिया जाता है।
इस अवसर पर बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव व गुरुग्राम की एसडीएम अंकिता चौधरी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।