दिल्ली के लाकडाउन से सिरहौल बार्डर से रजोकरी बार्डर तक रेंगते रहे वाहन
दिल्ली में लाकडाउन की वजह से मंगलवार को दिन भर दिल्ली-जयपुर हाईवे पर सिरहौल बार्डर से लेकर रजोकरी बार्डर तक ट्रैफिक का दबाव बना रहा। आया नगर एवं कापसहेड़ा बार्डर पर भी कमोबेश यही स्थिति रही। सभी बार्डर पर दिल्ली पुलिस ने वाहनों की जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: दिल्ली में लाकडाउन की वजह से मंगलवार को दिन भर दिल्ली-जयपुर हाईवे पर सिरहौल बार्डर से लेकर रजोकरी बार्डर तक ट्रैफिक का दबाव बना रहा। आया नगर एवं कापसहेड़ा बार्डर पर भी कमोबेश यही स्थिति रही। सभी बार्डर पर दिल्ली पुलिस ने वाहनों की जांच शुरू कर दी है। अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरी दिल्ली में लाकडाउन लागू कर दिया गया है। गुरुग्राम से दिल्ली एवं दिल्ली से गुरुग्राम लाखों लोग प्रतिदिन आते-जाते हैं। यही नहीं नोएडा, गाजियाबाद एवं सोनीपत सहित कई इलाकों की तरफ दिल्ली से होकर ही अधिकतर वाहन जाते हैं। गुरुग्राम की तरफ से दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों को रजोकरी बार्डर पर ही रोका जा रहा है। लोगों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर को एक यूनिट मानकर काम करने की आवश्यकता है। दिल्ली में लाकडाउन लागू करने से पूरा एनसीआर प्रभावित है।
सेक्टर-40 निवासी राजकुमार एवं नरेश भाटिया कहते हैं कि लाकडाउन समस्या का समाधान नहीं है। समस्या का समाधान है लगातार सख्ती। जो लोग शारीरिक दूरी का पालन नहीं करते हैं, मास्क नहीं लगाते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। बीच में प्रशासन ने सबकुछ ढीला छोड़ दिया था। इसका परिणाम सामने है। सेक्टर-14 निवासी व उद्योगपति दिनेश अग्रवाल कहते हैं कि लोगों के आने-जाने पर रोक नहीं लगाकर जहां लोग काम करते हैं वहां पर कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन सही से किया जा रहा है या नहीं इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। जो लोग लापरवाही बरतते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। एक बार काम ठप होने पर फिर उसे रास्ते पर लाने में काफी समय लगता है। पिछले साल की स्थिति से अभी लोग नहीं उबरे हैं। अब यदि कारोबार ठप हुआ तो अधिकतर कारोबारी बर्बाद हो जाएंगे। इससे बेरोजगारी की समस्या विकराल हो जाएगी। व्यस्त समय में भी हाईवे पर दबाव नहीं
दिल्ली में लाकडाउन की वजह से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर पीक आवर में भी मंगलवार को ट्रैफिक का दबाव नहीं दिखा। ऐसा लग रहा था जैसे छुट्टी का दिन हो। यही नहीं उद्योग विहार, साइबर सिटी सहित कई इलाकों में भी ट्रैफिक का दबाव नहीं दिखा। ट्रैफिक जाम के प्रतीक खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर भी वाहनों का दबाव कम हो गया है।